अतिक्रमण हटाने के विरोध में व्यापारियों ने बंद की दुकानें

नगर निगम आयुक्त संगीता तेतरवाल के निर्देश पर नगर परिषद ने शहर में मंगलवार दोपहर अतिक्रमण हटाने के लिए अभियान चलाया। इस दौरान व्यापारियों और नगर परिषद सेनेटरी इंस्पेक्टर अविनाश सिंगला के बीच सामान को लेकर खींचतान भी हुई। जिसको लेकर विरोध में व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया। वहीं मौके पर पहुंचे युवा नेता गोकुल सेतिया व्यापारियों को लेकर नगर निगम आयुक्त के कार्यालय के आगे धरना देने लगे।

जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह नगर निगम आयुक्त संगीता तेतरवाल ने नगर परिषद के सेनेटरी इंस्पेक्टर अविनाश सिंगला को लेकर शहर के बाजारों का निरीक्षण किया। आयुक्त शहर के भीड़ बाजार वाली जगहों में गई और रोडी बाजार, सदर बाजार व बांबे वाली गली में अतिक्रमण देखा तो कर्मचारियों को अतिक्रमण हटवाने के आदेश दिए। दोपहर को नगर परिषद के सेनेटरी इंस्पेक्टर अविनाश सिंगला के नेतृत्व में कर्मचारी धर्मेंद्र फौजी, पवन कंबोज ने शहर में बाजारों से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया। पहले शिव चौक व सूरतगढ़िया बाजार से अतिक्रमण हटाया गया। वहां पर दुकानदारों ने टीम का विरोध कर गाड़ी का घेराव कर लिया। इसके बाद अतिक्रमण हटाओ दस्ता शहर के रोडी बाजार में पहुंच गया और दुकानों के बाहर रखा सामान उठाना शुरू कर दिया। व्यापारी नेता हीरालाल शर्मा ने कहा कि हम आपको दुकान की चाबियां सौंप देते हैं। व्यापारियों ने चाबी कर्मचारी धर्मेंद्र को सौंपने का प्रयास किया। व्यापारियों ने विरोध में बाजार बंद करना शुरू कर दिया। इसके बाद सेनेटरी इंस्पेक्टर अविनाश सिंगला आ गए और व्यापारियों को शांत कराया।
चार बजे दिया शुरू किया धरना, पांच बजे हुई बातचीत
अतिक्रमण हटाने के विरोध में युवा नेता गोकुल सेतिया के नेतृत्व में व्यापारियों ने चार बजे नगर परिषद में धरना शुरू कर दिया। कांग्रेसी नेता होशियारी लाल शर्मा व व्यापार मंडल के जिला प्रधान हीरा लाल शर्मा भी धरने पर बैठ गए। करीब पांच बजे नगर आयुक्त बाहर आई, उन्होंने बातचीत के लिए व्यापारियों को अंदर बुलाया। व्यापारियों ने दुकान के आगे तीन फुट तक जगह देने और छज्जे की तीन फुट जगह देने की मांग की। लेकिन आयुक्त ने इंकार कर दिया। आयुक्त ने कहा कि वह शहर में अतिक्रमण करने के लिए किसी को अनुमति नहीं दे सकती। बाजार से गाड़ी निकलने के लिए जगह नहीं होती, इसलिए तीन फुट की जगह नहीं दी जा सकती। साथ ही चालान के लिए पहले आपकी वीडियोग्राफी की जाएगी, यदि दुकानदार ने मास्क नहीं पहना तो उसके घर पर चालान आ जाएगा, और यदि ग्राहक ने नहीं पहना तो उसके पास चालान आएगा। वह शहर का सर्वे करवाएंगी, उसके बाद अतिक्रमण की कार्रवाई करेंगी। इसके बाद व्यापारी धरना खत्म करके लौट गए।
कोट
अतिक्रमण के लिए वीडियोग्राफी करवाई जाएगी। किसी को भी अतिक्रमण करने की अनुमति नहीं है। दुकानदार अपनी दुकान में ही सामान रखेगा। शहर का कोई बाजार ऐसा नहीं है, जिसमें अतिक्रमण न हो। अतिक्रमण हटाया जाएगा।
– संगीता तेतरवाल, नगर आयुक्त, सिरसा।

 

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