कोल्हापुर जिला क्रिकेट संघ के अधिकारी रमेश कमद ने बताया, “मंगलवार की सुबह रुईकर कॉलोनी में उनके निवास पर उनकी नींद में मृत्यु हो गई।” इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपना पूरा जीवन जीया था। उनको कोई उम्र संबंधी बीमारी नहीं थी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने भी उनके निधन पर दुख जताया है।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सदाशिव रावजी पाटिल का निधन हो गया है। सदाशिव पाटिल 86 साल के थे, जिन्होंने एक टेस्ट मैच में देश का प्रतिनिधित्व किया था। मंगलवार को कोल्हापुर में अपने आवास पर सदाशिव पाटिल ने अंतिम सांस ली। 86 वर्षीय सदाशिव पाटिल की पत्नी और दो बेटियां हैं, जो कोल्हापुर में ही रहती हैं।
36 फर्स्ट क्लास मैच खेलने वाले सदाशिव पाटिल को लेकर बीसीसीआइ ने अपने ट्विटर हैंडल पर उनका एक फोटो शेयर करते हुए लिखा है, “बीसीसीआइ ने सदाशिव पाटिल की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया, महाराष्ट्र के पूर्व क्रिकेटर का आज (15 सितंबर) कोल्हापुर में निधन हो गया।”
सदाशिव पाटिल का अंतरराष्ट्रीय करियर तो सिर्फ एक मैच चला था, लेकिन वे घरेलू क्रिकेट में एक दशक से ज्यादा समय तक सक्रिय रहे थे। 1955 में उन्होंने भारतीय टीम के लिए डेब्यू किया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ 2 दिसंबर 1955 को वे मुंबई के ब्रेबॉर्न स्टेडियम में पहली और आखिरी बार भारत के लिए मैदान पर उतरे थे।
भारत की तरफ से इस मैच में वीनू मांकड ने दोहरा शतक ठोका था। मांकड 223 रन बनाकर आउट हुए थे। वहीं, कृपाल सिंह ने 63 रन की पारी खेली थी। उधर, पहली पारी में कीवी टीम 258 रन पर ढेर हो गई, जबकि फॉलोऑन खेलते हुए न्यूजीलैंड की टीम दूसरी पारी में 136 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इस तरह भारत ने पारी और 27 रन से मैच जीता।