दिल्ली के बिंदापुर इलाके में 3 नवंबर को नशा खरीदने के लिए रुपये नहीं देने पर बेटे ने अपनी मां की गला दबाकर कर दी। हत्या के बाद आरोपी मां अलका ओबरॉय के शव को बिस्तर पर लिटा रहा था, इसी दौरान छोटे भाई ने उसे देख लिया और परिजनों को इसकी जानकारी दे दी। परिजनों की सूचना पर पहुंची बिंदापुर थाना पुलिस ने आरोपी राहुल को गिरफ्तार कर लिया है।
मामले की जांच से जुडे़ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अलका ओबरॉय अपने परिवार के साथ बिंदापुर इलाके में रहती थीं। उनके परिवार में दो बेटे, पति और सास-ससुर हैं। सभी एक ही घर में रहते हैं। अलका का बड़ा बेटा राहुल नशा करने का आदि है और बेरोजगार है।
पुलिस को दी गई शिकायत में अलका के छोटे बेटे पंकज ने बताया कि 3 नवंबर की सुबह करीब 11 बजे वह अपने बड़े भाई के कमरे में गया। वहां उसने देखा कि उसका बड़ा भाई राहुल मां को गले से पकड़कर बेड पर लिटा रहा था और वह बेसुध थी। उसने इस बारे में बड़े भाई राहुल से पूछा तो वह इधर उधर की बातें करने लगा। शक होने पर वह अपने पिताजी को फोन करने लगे।
इस पर राहुल ने पंकज के हाथ से फोन छीनने की कोशिश की। अंत में पंकज ने घर में मौजूद दादा और दादी को इसकी जानकारी दी और पिता को फोन किया। जब पिता घर आए तो राहुल भागने लगा, लेकिन उसे कमरे में बंद कर दिया गया। इसके बाद घर वाले महिला को अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
ड्रग्स खरीदने के लिए रुपये मांगता था
घटना के बाद जब परिजनों ने आरोपी राहुल से वारदात के बारे में पूछा तो उसने बताया कि वह अक्सर मां से नशा करने के लिए रुपये मांगता था, मगर वह हर बार आनाकानी करती थी। घटना के समय भी जब मां ने रुपये देने इंकार कर दिया तो वह गुस्से में आ गया और उसने गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। इस दौरान उसकी मां के साथ कहासुनी भी हुई थी।