कूल्हे में फ्रैक्चर का इलाज कराने पीजीआई पहुंचीं हरियाणा की पहली महिला सांसद और पुडुचेरी की पूर्व डिप्टी गवर्नर 92 वर्षीय चंद्रावती को इलाज के लिए दो घंटे तक भटकाने और वीआईपी रूम न मिलने के प्रकरण में पीजीआई के सीएमओ को सस्पेंड किया गया है।
12 जून की रात में ड्यूटी देने वाले कैजुअल्टी मेडिकल अफसर डॉ. कुलदीप पर गाज गिरी है। डायरेक्टर डॉ. रोहतास यादव की ओर से बुधवार शाम को जारी आदेश में कहा गया है कि आरोपी डॉ. कुलदीप 6 माह की निलंबन अवधि में अथॉरिटी को मैसेज दिए बिना स्टेशन नहीं छोड़ सकेंगे। इस बारे में डॉ. कुलदीप से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन नहीं हो सका।
निदेशक ने कार्डियक सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी व सीनियर प्रोफेसर डॉ. एसएस लोहचब की चेयरमैनशिप में पीडियाट्रिक्स डिपार्टमेंट के एचओडी व सीनियर प्रोफेसर डॉ. संजीव नंदा और स्पोर्ट्स मेडिसिन डिपार्टमेंट के एचओडी व सीनियर प्रोफेसर डॉ. राजेश रोहिल्ला को बतौर सदस्य शामिल कर तीन सदस्यीय जांच कमेटी बनाई थी। कमेटी के सदस्यों ने जांच के दौरान पाया कि 12 जून की रात में पुरानी इमरजेंसी में बतौर सीएमओ तैनात डॉ. कुलदीप की ड्यूटी निर्धारित थी, लेकिन वे प्रकरण के दौरान दो घंटे तक ड्यूटी पर मौजूद नहीं थे। बाद में पूर्व डिप्टी गवर्नर को निजी अस्पताल में ले जाया गया था।