फुलेल माजरा में पंचायती तालाब की जमीन पर कब्जे को लेकर दो गुटों में हुए खूनी संघर्ष में 45 वर्षीय अमरजीत की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने अमरजीत को तब गोली मारी जब वह बुधवार को घर से सैर के लिए निकला था। बाद में उसका शव मंगलई गांव के पास खेतों में पड़ा मिला। दौड़कर परिजन खेतों में पहुंचे तो अमरजीत दम तोड़ चुका था। तब परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पोस्टमार्टम के लिए शव नागरिक अस्पताल लाया गया।
महेशनगर पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज किया है। बता दें कि एक दिन पहले ही दोनों गुटों के बीच गांव में ही खूनी संघर्ष हो गया था। तब फायरिंग भी हुई थी। मगर पुलिस ने किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जिसे कारण परिजन भड़क गए। परिजनों का आरोप है कि पुलिस की लापरवाही के कारण ही अमरजीत की जान चली गई। अगर पुलिस समय पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करती तो शायद अमरजीत की जान बच सकती थी। गांव में तनाव के बीच एसपी अभिषेक जोरवाल मौके पर पहुंचे। आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देने के बाद ही परिजन शांत हुए।
मारपीट के बाद मंगलवार को हुई थी फायरिंग
जमीनी विवाद के चलते दोनों पक्षों में सोमवार को भी बहस हुई थी। तब लोगों ने बीचबचाव कर मामले को शांत करवा दिया था। मंगलवार को दोबारा फिर दोनों गुट भिड़ गए थे। लाठी, डंडों के अलावा दोनों पक्षों में फायरिंग तक हुई थी। गोली लगने पर मिठ्ठापुर के संदीप व पसियाला के रामनाथ जख्मी हो गए थे। दोनों को छावनी के नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां इलाज के बाद इन्हें चंडीगढ़ रेफर कर दिया गया। इस मामले में पुलिस ने सात कुल 12 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया था। इनमें से सात की पहचान हो गई थी।
पंचायती तालाब पर कब्जे को लेकर हुआ तनाव
गांव फुलेलमाजरा स्थित पंचायती तालाब पर कुछ लोग कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे। इस तालाब में गांव के नालों का पानी आता है। इस तालाब की खुदाई का काम भी चल रहा है जिस पर कुछ ग्रामीण ऐतराज जता रहे थे। करीब डेढ़ साल से यह विवाद चल रहा है। इस मामले को लेकर कुछ ग्रामीणों ने डीसी से मुलाकात कर उसकी निशानदेही करवाने की मांग भी की थी। तब इसकी निशानदेही के निर्देश दिए गए थे। मंगलवार को अधिकारियों ने तालाब की निशानदेही करवानी थी, लेकिन इससे पहले ही दोनों पक्षों में कब्जे को लेकर विवाद शुरू हो गया। मृतक के भाई मामचंद ने बताया कि अमरजीत सुबह ही सैर करने के लिए घर से निकला था। बाद में उसका शव खेतों में पड़ा मिला।
मामला पंचायती जमीन पर कब्जे है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। इसमें सात नामजद हैं जबकि पांच अन्य आरोपी भी शामिल है। आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही सभी को काबू कर लिया जाएगा।
– जसवंत सिंह, एसएचओ, महेशनगर