हरियाणा में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मद्देनजर सरकार ने निर्देश दिए हैं कि स्वास्थ्य महकमा अपने टेस्टिंग क्षमता बढ़ाएं और कांटेक्ट ट्रेसिंग पर प्राथमिकता से ज्यादा ध्यान दें। साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडरों की संख्या भी पांच गुना बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने सभी जिलों के नोडल अफसरों से फीडबैक लेते हुए वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए मुलाकात की।
उन्होंने सभी जिलों में कोविड-19 के मौजूदा हालातों की समीक्षा भी की। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को कोविड-19 के प्रबंधन की तैयारियों में तेजी लाने, टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने, कॉन्ट्रेक्ट ट्रेसिंग, क्लीनिकल मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करने, कंटेनमेंट जोन पर कड़ी निगरानी पर जोर देने के साथ-साथ जन-जागरूकता गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग के मानदंडों का पालन करना अनिवार्य है और इन निर्देशों को सख्ती से लागू किया जाए।
मृत शरीरों का प्रबंधन प्राथमिकता से किया जाए
उन्होंने कहा कि हर अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों की उपलब्धता को पांच गुना बढ़ाना होगा। अगर जरूरत हो तो कोविड केयर सेंटर में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, अस्पताल में बेड की क्षमता, पीपीई किट की पर्याप्त उपलब्धता और मृत शरीर का प्रबंधन को भी प्राथमिकता के आधार पर किया जाए।
उन्होंने कहा कि किसी भी भयावह स्थिति से निपटने के लिए एमबीबीएस, पैरामेडिकल और नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों को प्रशिक्षित किया जाए। गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) या इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों (आईएलआई) की निगरानी सावधानीपूर्वक की जाए। ताकि प्रारंभिक चरण में ही किसी भी संभावित संक्रमण का पता लगाया जा सके।
हल्के लक्षण वालों को होम आइसोलेशन में भेजें
मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि किसी भी रोगी, जिनमें कोविड-19 के हल्के या पूर्व-लक्षण पाए जाते हैं, उस स्थिति में संक्रमण की श्रृंखला को तोड़ने के लिए ऐसे रोगियों को तुरंत होम आइसोलेशन में भेजा जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी मामलों में रोगियों के स्वास्थ्य की निगरानी नियमित रूप से इंसिडेंट कमांडरों द्वारा की जानी चाहिए और इस सूचना को निगरानी टीमों के साथ भी साझा किया जाना चाहिए।