गांव रूपावास के पास बीते बुधवार की शाम को नोहर फीडर में बहते मिले दो बच्चों और महिला व पुरुष के शव की पहचान मंगलवार को छठे दिन हो गई है। पुलिस ने सोमवार को उनका अंतिम संस्कार करवा दिया था। अब मृतक परिवार के रिश्तेदारों को उनके शव भी नसीब नहीं हो सकेंगे। कपड़े पुलिस के पास है।
जमाल चौकी इंचार्ज ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि मृतक चारों लोग एक ही परिवार के सदस्य है। महिला व पुरुष पति पत्नी है, जबकि लड़का व लड़की बेटा-बेटी है। किसी ने सोशल मीडिया पर फोटो देखकर सूचना दी। परिवार एक जून के बाद गायब था। मकान बंद था। पुलिस फिलहाल इसे सुसाइड ही मान रही है। यह कुलदीप पुत्र दुनीचंद निवासी गांव भूथन खुर्द हाल ही में मातूराम कॉलोनी फतेहाबाद के रहने वाले हैं। मरने वालों में कुलदीप उसकी पत्नी सोनिया, बेटा रितेश और बेटी दीक्षा है।
मृतक के भाई महावीर निवासी भट्ठू ने पुलिस को बताया कि एक जून को वह अपने भाई और परिवार से मिलने यहां आया था। सब ठीक ठाक था। उसके बाद ही ये लोग गायब हुए हैं। कुलदीप कॉलोनी में ही परचून और सब्जी की दुकान करता था। उसकी पत्नी सोनिया घर में ही रहती थी।
3 जून को मिले थे परिवार के शव : नोहर फीडर से चार लोगों के शव गांव रूपावास के निकट बरामद किए गए थे। चारों के हाथ एक ही दुपट्टे से बंधे हुए थे। आसपास के थाना क्षेत्रों में भी सूचित कर दिया गया था कि जल्द से जल्द शवों की शिनाख्त की जा सके । पंजाब के पटियाला जिला और फतेहाबाद जिला की पुलिस से भी संपर्क किया गया था। मगर उनकी पहचान नहीं हो पाई थी। आखिर पांच दिन बाद पुलिस ने चारों शव का अंतिम संस्कार करवा दिया था।