देश के विभिन्न राज्यों में दौड़ रही ट्रेनों के सफल संचालन को देखते हुए अब भारतीय रेल नई दिल्ली से चंडीगढ़ और नई दिल्ली से अमृतसर, नई दिल्ली से लखनऊ, नई दिल्ली-जयपुर और नई दिल्ली-भोपाल आदि के बीच शताब्दी एक्सप्रेस चलाने की तैयारी की जा रही है। स्पेशल ट्रेनों की तर्ज पर शताब्दी एक्सप्रेस को चलाया जाएगा।
शताब्दी एक्सप्रेस की टिकट चार्ज (किराया) में कैटरिंग का चार्ज भी होता है, लेकिन अभी कैटरिंग में पका पकाया खाना पैक करके देने पर विचार किया जा रहा है। शताब्दी एक्सप्रेस में प्राइवेट कंपनियों के कर्मचारी भी लॉकडाउन में अपने घरों को रवाना हो गए। शताब्दी चलने की उम्मीद जगने के बाद इन कर्मचारियों को वापस बुलाने के लिए कंपनियों ने निर्देश जारी कर दिए हैं।
कैटरिंग स्टाफ को वापस बुलाने के जारी हुए निर्देश
सूत्रों के मुताबिक रेलवे के सभी मंडलों ने शताब्दी एक्सप्रेस को पटरी पर उतारने की तैयारी पूरी कर ली है। जो भी रैक (ट्रेन) जहां-जहां खड़े थे, अब उनकी साफ सफाई की जा रही है ताकि रेल मंत्रालय की हरी झंडी मिलते ही इनको पटरी पर उतार दिया जाए। हालांकि अभी रेलवे ने शताब्दी एक्सप्रेस की बुङ्क्षकग को लेकर कोई भी दिशा निर्देश जारी नहीं किए हैं। इनकी टिकट भी रेलवे स्टेशनों पर और आइआरसीटीसी की वेबसाइट पर खोली जाएंगी।
वीआइपी कोटे का भी होगा प्रावधान
वेटिंग टिकट के यात्रियों को भी स्टेशन पर इंट्री नहीं दी जाएगी। कंफर्म टिकट के यात्रियों को भी शताब्दी एक्सप्रेस में सवार किया जाएगा। इन ट्रेनों में भी वीआइपी कोटे का ध्यान रखा जाएगा। यदि किसी की वेङ्क्षटग टिकट होगी, तो उसे वीआइपी कोटे के माध्यम से अपने रुतबे के मुताबिक कंफर्म करवा सकेगा।