संसद के बजट सत्र की शुरुआत शुक्रवार से की गई जो 3 अप्रैल तक चलेगा। इसका आरंभ हमेशा की तरह राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ हुआ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस दशक को महत्वपूर्ण बताया और संसद के उल्लेखनीय कामों से लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा किए गए ऐतिहासिक फैसले समेत जम्मू कश्मीर जैसे प्रमुख मुद्दों को भी उठाया। उन्होंने अपने अभिभाषण में सरकार की प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए ‘सबका साथ सबका विकास’ मंत्र पर चलने की बात कही।
यहां जान लें अभिभाषण की मुख्य बातें-
– सबसे पहले राष्ट्रपति ने इस दशक को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण दशक में, हमारी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होंगे।
– पांच दशकों से चली आ रही बोडो समस्या को समाप्त करने के लिए केंद्र और असम सरकार ने हाल ही में बोडो संगठनों के साथ ऐतिहासिक समझौता किया है। इस समझौते से, ऐसी जटिल समस्या, जिसमें 4 हजार से ज्यादा लोगों की मृत्यु हुई, उसका समाधान निकला है।
– संसद के दोनों सदनों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून बनाकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की इच्छा को पूरा किया गया है — राष्ट्रपति कोविन्द
– मुझे प्रसन्नता है कि पिछले 7 महीनों में संसद ने काम करने के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। इस लोकसभा के पहले सत्र में, सदन द्वारा कार्य निष्पादन, पिछले सात दशकों में एक नया रिकॉर्ड रहा है।
– संसद के दोनों सदनों द्वारा दो तिहाई बहुमत से संविधान के अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए को हटाया जाना, न सिर्फ ऐतिहासिक है बल्कि इससे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के समान विकास का भी मार्ग प्रशस्त हुआ है।
– सुप्रीम कोर्ट द्वारा रामजन्मभूमि पर फैसले के बाद देशवासियों द्वारा जिस तरह परिपक्वता से व्यवहार किया गया, वह भी प्रशंसनीय है।
– सरकार द्वारा पिछले पांच वर्षों में जमीनी स्तर पर किए गए सुधारों का ही परिणाम है कि अनेक क्षेत्रों में भारत की अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में अभूतपूर्व सुधार आया है।
– मेरी सरकार भारत की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके लिए सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत करके अर्थव्यवस्था में हर स्तर पर काम किया जा रहा है।
– प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत औसतन प्रतिवर्ष साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा किसान बहुत कम प्रीमियम पर अपनी फसलों का बीमा करा रहे हैं। इस योजना के तहत बीते तीन वर्षों में किसानों को लगभग 57 हजार करोड़ रुपए की क्लेम राशि का भुगतान किया गया है।
– Neighbourhood First की नीति हमारी प्राथमिकता है। अपने पड़ोसियों के साथ-साथ विश्व के अन्य देशों के साथ हमारे संबंध मजबूत हुए हैं। यही कारण है कि अनेक देशों ने अपना सर्वोच्च सम्मान भारत को दिया है।
बजट सत्र के शुरुआत में दिए गए राष्ट्रपति के अभिभाषण को अहम माना जाता है। राष्ट्रपति सुबह 10.55 बजे संसद भवन पहुंचें। यहां इनकी अगुवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लोकसभा अध्यक्ष व राज्यसभा के सभापति ने की।