बहबल कलां गोलीकांड के मुख्य गवाह सुरजीत सिंह की पत्नी जसवीर कौर कांग्रेसी मंत्री और विधायक के खिलाफ सबूत लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मिलीं। पंजाब भवन में कैबिनेट मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढ़ी उन्हें और उनके बेटे को अपनी गाड़ी में बिठाकर लाए थे। अमरिंदर सिंह ने परिवार को कार्रवाई का भरोसा दिलाया और आरोपियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन भी दिया।
जसवीर कौर ने कैप्टन से मिलकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। बाद में पत्रकारों से बातचीत में जसवीर कौर ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को अपनी आपबीती सुना दी है, आगे मुख्यमंत्री को फैसला लेन है। जसबीर कौर ने कहा कि उनके पति को अपमानित किया गया, जिससे वह सदमे में रहा और आखिरकार उसने जान गंवा दी।
उन्होंने कहा कि उनके मकान पर फायरिंग हुई लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया। जसबीर कौर ने आगे कहा कि उनका पति इंसाफ की लड़ाई लड़ते-लड़ते मर गया और अब वे भी मर जाएगी। उसके बाद उसका पुत्र देखेगा कि क्या करना है? गांव में रहना है या नहीं?
उन्होंने मुख्यमंत्री को कांग्रेस के जिला प्रधान मनजिंदर सिंह बिटा के खिलाफ सबूत दिखाए और कार्रवाई की मांग की। उन्होंने बताया कि उन्होंने किक्की ढिल्लों और गुरप्रीत कांगड़ के मनजिंदर से लिंक के सबूत भी सीएम को दिखाए हैं।