नुमाइश बाबू पीयूष साराभाई से विवाद के बाद आत्मदाह का एलान करने वाले हिंदू जागरण मंच के नेता संजू बजाज को शुक्रवार को लखनऊ जाने से रोक लिया गया।
मऊ-आनंदविहार एक्सप्रेस से लखनऊ जाने के लिए तीन बजे स्टेशन पर पहुंचे संजू बजाज को पुलिस और भाजपाइयों ने रोक लिया। भाजपाइयों ने संजू के समर्थन और पीयूष साराभाई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही आश्वासन दिया कि वह सांसद और विधायकगणों के माध्यम से प्रशासन के भ्रष्टाचार की कहानी मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे।
संजू बजाज ने 22 जनवरी को एलान किया था कि अगर 48 घंटे के भीतर बाबू को नहीं हटाया गया तो वह लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह कर लेंगे।
इसी एलान के तहत संजू को शुक्रवार को लखनऊ जाना था। इधर, पुलिस और भाजपाई उनको रोकने को लेकर अड़े थे। थाना गांधी पार्क इंस्पेक्टर और बन्नादेवी इंस्पेक्टर दोपहर 1:30 बजे स्टेशन पर पहुंच गए। उन्होंने संजू की तलाश की, लेकिन वह नहीं मिला। खबर पर भाजपा कार्यकर्ता जिला प्रवक्ता डा. निशित शर्मा के साथ पहुंच गए। करीब तीन बजे संजू बजाज स्टेशन पर पहुंचे।
इसके बाद भाजपाइयों ने संजू के समर्थन और पीयूष साराभाई के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। संजू बजाज ने कहा कि जनपद में भ्रष्टाचार चरम पर है। पीयूष साराभाई को नियम विरुद्ध उस कुर्सी पर बैठा रखा है।