हिमाचल में नई पंचायतों के गठन को लेकर सरकार के पास करीब 400 प्रस्ताव पहुंचे हैं। नई पंचायतों के गठन के लिए प्रस्ताव भेजने का शनिवार 25 जनवरी को आखिरी दिन है। जिला कांगड़ा से सबसे अधिक 114 नई पंचायतों के प्रस्ताव पहुंचे हैं। पिछली बार जिले की 17 पंचायतें नगर निगम धर्मशाला में मिलाई गई थीं।
जनजातीय जिला किन्नौर से एक और लाहौल-स्पीति से नई पंचायत बनाने का कोई प्रस्ताव सरकार के पास नहीं आया है। पंचायत क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति और जनसंख्या के आधार पर नई पंचायतों का गठन किया जाना है। वैसे सरकार मापदंड तय कर नई पंचायतों का गठन करती रही है। प्रदेश में इस साल दिसंबर में पंचायत चुनाव होने हैं।
इससे पहले राज्य में नई पंचायतों का गठन किया जाना है। प्रदेश में वर्तमान में 3226 पंचायतें हैं। पिछली बार 3243 पंचायतों थीं। 17 पंचायतें धर्मशाला नगर निगम में शामिल हो गई थीं। नगर निगम धर्मशाला का गठन होने के बाद जिला कांगड़ा की 17 पंचायतें खत्म हो गई थीं। शिमला में 35 नई पंचायतें बनाने के प्रस्ताव विभाग के पास पहुंचे हैं।
नई पंचायतों के गठन को यह रहे हैं मापदंड
प्रदेश में नई पंचायतों के गठन के लेकर जनसंख्या अहम रहती है। नई पंचायत बनाने के लिए जनसंख्या 1000, 1200 और 1400 तक आधार रहता है। इसके अलावा पंचायत में 500 से अधिक मकान होने चाहिए। पंचायत मुख्यालय से नई पंचायत के आखिरी गांव की दूरी 12 से 15 किलोमीटर तक होनी चाहिए। बताते हैं कि सरकार नई पंचायत बनाने के लिए इन मापदंडों में संशोधन भी कर सकती है।