बठिंडा. बठिंडा में ऑटोमोबाइल कंपनी टोयोटा के मैकेनिक ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए साथी कर्मचारी को जिम्मेदार बताया है। आरोप है कि उसके कई बार मारपीट की। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी साथी मैकेनिक की तलाश शुरू कर दी है। सुसाइड की यह घटना वर्कशॉप के सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हो गई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि पहली बार उसके पैर जमीन पर लग जाते हैं। इसके बाद वह सीढ़ी लेकर आता है और उस पर चढ़कर फंदे पर झूल जाता है। वहीं, सुसाइड की वजह यानि मारपीट भी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। बहरहाल मामले की जांच जारी है।
मृतक की पहचान बठिंडा की गुरु की नगरी कुलविंदर सिंह पुत्र गुरमीत सिंह के तौर पर हुई है। कुलविंदर के पिता होमगार्ड में तैनात हैं। पिता ने बताया कि कुलविंदर सोमवार को आम दिनों की तरह टोयोटा कंपनी की वर्कशॉप में काम पर गया था। शाम 7 बजे काम खत्म होने पर जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिवार के लोगों को चिंता होने लगी। करीब 8 बजे ड्यूटी से लौटा बड़ा भाई लखविंदर जब अपनी भाभी को लेकर वर्कशॉप पहुंचा तो वहां सबकुछ बंद हो चुका था। बाहर सिक्योरिटी गार्ड बैठे थे। परिवार के सदस्यों ने कुलविंदर सिंह के फोन पर काल की नहीं, लेकिन उसने नहीं उठाया। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। जब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कंपनी की वर्कशॉप खुलवाई तो देखा कि कुलविंदर की लाश पगड़ी के बने फंदे से लटक रही थी।
वर्धमान पुलिस चौकी इंचार्ज गणेश्वर शर्मा ने बताया कि कुलविंदर सिंह टोयोटा कंपनी में दो साल से मैकेनिक के तौर पर काम कर रहा था। उसने अपने सुसाइड नोट में साथी मैकेनिक लखवीर सिंह पर मारपीट और मानसिक तौर पर परेशान करने का आरोप लगाया है। शव को उतरवाकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया, वहीं मामले की जांच-पड़ताल के दौरान वर्कशॉप के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी सामने आई, जिसमें पहली बार कुलविंदर के पैर जमीन पर लग जाते हैं। इसके बाद वह सीढ़ी लेकर आता है और उस पर चढ़कर फंदे से झूल जाता है।
क्या लिखा है सुसाइड नोट में?
मैं कुलविंदर सिंह पुत्र गुरमीत सिंह वासी गुरु की नगरी बठिंडा, इस कंपनी में 2 जुलाई 2012 से मैकेनिक के तौर पर काम रहा था। मेरी मौत का जिम्मेदार लखवीर सिंह वासी सिवियां है, जो मैकेनिक के पद पर यहां पर काम कर रहा है। जब से मैं नौकरी में लगा हूं, तब से लखवीर सिंह मुझे परेशान कर रहा है। ड्यूटी से घर जाते और आते समय रास्ते में ये उसे गाली-गलौच करता था, लेकिन मैं सबकुछ सहन करता रहा। रोज की तरह काम करने के बाद सोमवार को भी मैं अपने साथियों के साथ बैठा हुआ था। इस दौरान लखवीर सिंह ने बिना किसी बात से उसके साथ गाली-गलौच शुरू कर दिया, लेकिन मैं चुप रहा। कुछ समय बाद जब एजेंसी आई एक गाड़ी को ठीक करने जा रहा था तो लखवीर सिंह ने मेरी बाजू मरोड़ दी और थप्पड़ मारा। मेरी मदद के लिए उसके साथी आए, ये सारी घटना सीसीटीवी में कैद है। कुलविंदर ने लिखा है कि उसकी आखिरी इच्छा है कि जो मेरी मौत का जिम्मेदार लखवीर सिंह वासी सिवियां है, को सख्त से सख्त सजा दी जाए। मेरे परिवार, मेरे माता, पिता, बहन, पत्नी, भाई और कीटू को ढेर सारा प्यार।