नई दिल्ली . दिल्ली में पड़ रही कड़ाके की ठंड रोज नए-नए रिकॉर्ड बना रही है। इस रिकॉर्ड के बीच हार्ट, ब्रेन और सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली के अस्पतालों में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों में 15 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है। सांस के मरीजों पर ठंड और प्रदूषण का डबल अटैक हो रहा है।
एम्स में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों की तादाद बीते एक सप्ताह में बढ़ गई है। अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि दोनों ही तरह के मरीजों में 15 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। वहीं दिल्ली सरकार के जीबी पंत अस्पताल में बीते एक सप्ताह में हार्ट अटैक के करीब 150 मरीज आ चुके हैं। यही स्थिति ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों की भी है।हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मरीज बढ़ने पर डॉक्टरों का कहना ठंड की वजह से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में नहीं रहता। खून भी गाढ़ा होने लगता है।
इसके कारण लोग हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्राेक के शिकार होते हैं। ऐसे में सावधानी ही बचाव है। ठंड से जितना बच सकते हैं उतना बचें। बहुत जरूरी न हो तो घर से बाहर न निकले। सुबह-शाम ठंड ज्यादा होती है। ऐसे में यदि सैर के लिए जाते हैं तो नहीं जाना बेहतर होगा। हार्ट, ब्रेन की बीमारी से पीड़ित और ब्लड प्रेशर एवं शुगर के मरीजों को ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है।
दिल्ली @3.4 डिग्री
कहां कितना पारा
सफदरजंग 3.4/15.8
पालम 3.2/13.5
लोधी रोड 2.8/15.6
आया नगर 2.5/14.8
जाफरपुर 2.6/11.6
मंगेशपुर 4.8/11.9
न्यूनतम/अधिकतम
दिल्ली-एनसीआर में सर्दी से राहत नहीं मिल रही है। मौसम विभाग के पास मौजूद 1901 से मौजूद रिकार्ड के हिसाब से पहली बार लगातार 16वां सर्द दिन रहा है। इससे पहले 1997 में लगातार 13 सर्द दिन रहा था। दिसंबर का औसत तापमान 29 दिसंबर तक इस 19.07 डिग्री हो गया है जो इससे पहले 1997 में 17.3 डिग्री के बाद दूसरा सबसे सर्द महीना है। अधिकतम तापमान रविवार को औसत से 5 डिग्री नीचे 15.8 डिग्री दर्ज किया गया। लेकिन दिल्ली के जाफरपुर में 11.6 डिग्री और मंगेशपुर में 11.9 डिग्री दर्ज किया गया। दिल्ली का न्यूनतम तापमान इसी तरह न्यूनतम तापमान शनिवार के मुकाबले एक डिग्री ऊपर 3.4 डिग्री दर्ज किया लेकिन ये भी औसत न्यूनतम तापमान से 4 डिग्री नीचे है। दिल्ली के आया नगर केंद्र पर सबसे नीचे 2.5 डिग्री और लोधी रोड पर 2.8 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। कोहरा भी मामूली घटा है। न्यूनतम दृश्यता पालम में 150 मीटर और सफदरजंग में 600 मीटर रही है जो एक दिन पहले शून्य तक जा गिरी थी।
ओले पड़ने की संभावना
भारतीय मौसम विभाग के मौसम वैज्ञानिक डॉ. कुलदीप श्रीवास्तव के अनुसार 30 दिसंबर को सुबह घना कोहरा रहेगा। दिल्ली एनसीआर में कुछ जगह सर्द दिन भी रहेगा। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से 31 दिसंबर की शाम को पूर्वी हवा की स्पीड निचले स्तर पर बढ़ेगी। तो वहीं 1 जनवरी से हल्की बारिश शुरू होगी जो 3 जनवरी तक चलेगी। इस बीच 2 जनवरी को ओले पड़ने की पूरी संभावना है।
दिल्ली और एनसीआर के पांच सेंटर गंभीर श्रेणी में
दिल्ली-एनसीआर में रविवार को हवा में प्रदूषण की मात्रा एयर क्वालिटी इंडैक्स के हिसाब से लगातार दूसरे दिन गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है। यहां तक की देशभर के 99 शहरों में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से दर्ज की गई प्रदूषण की मात्रा में से 6 शहरों की हवा गंभीर श्रेणी में रही। इसमें दिल्ली-एनसीआर के बाहर का सिर्फ एक केंद्र कानपुर है जिसका एक्यूआई 411 है। प्रदूषण की भविष्यवाणी करने वाली केंद्र सरकार की एजेंसी सफर के अनुसार हवा में प्रदूषण का स्तर सोमवार को भी गंभीर श्रेणी में बना रहेगा।
ज्यादा प्रदूषण वाले केंद्र
केंद्र एक्यूआई
सिरी फोर्ट 478
ओखला फेस-2 476
आईजीआई एयरपोर्ट 475
नेहरु नगर 474
जेएलएन स्टेडियम 462
सांस के मरीजों को ठंड और प्रदूषण से नुकसान
हार्ट और ब्रेन स्ट्रोक के अलावा ठंड सांस के मरीजों को भी परेशान कर रही है। सांस के मरीज ठंड के अलावा प्रदूषण से भी परेशान हैं। एम्स के पल्मनरी मेडिसिन विभाग के डॉ. करन मदान ने कहा कि हर मरीज की एलर्जी अलग तरह की है। कुछ मरीज ऐसे हैं जिन्हें ठंड बढ़ने से सांस लेने में दिक्कत होती है, जबकि ज्यादातर को प्रदूषण के कारण परेशानी होती है। इस वक्त सांस के मरीजों पर डबल अटैक है। करीब 20 फीसदी मरीज हमारे यहां बीते एक सप्ताह में बढ़े हैं। सांस के मरीज कम से कम खुले में जाएंगे तो उनके लिए ठीक रहेगा।
बॉडी का तापमान कम होने पर ब्रेन स्ट्रोक का खतरा
शीतलहर में शरीर का तापमान कम होने लगता है। तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से कम होने पर आदमी कोमा में जा सकता है। इससे इंसान की डेथ भी हो सकती है। ठंड और प्रदूषण की वजह से दमा, एलर्जी और हार्ट के मरीजों को सबसे अधिक परेशानी होती है। ठंड में शराब पीने से नशे में ठंड का अहसास कम होता है। जबकि शरीर को ठंड लगती है रहती है। इससे ब्रेन और हार्ट को नुकसान हो सकता है।
डॉ. अनिल बंसल, रि. सीएमओ, एनडीएमसी