रोहतक. साध्वी यौन शोषण और पत्रकार छत्रपति हत्याकांड में सुनारिया जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह से सोमवार को उनकी मुंहबोली बेटी हनीप्रीत मिलने पहुंची। हनीप्रीत के साथ डेरे की चेयरपर्सन शोभा इंसां और वकील भी थे। जेल प्रशासन का दावा है कि राम रहीम और हनीप्रीत की मुलाकात सामान्य कैदियों की तरह मैनुअल के हिसाब से कराई गई है। दोनों शीशे में एक-दूसरे को देख सकते थे। इंटरकॉम से सभी ने करीब 20 मिनट तक बात की।
हनीप्रीत दोपहर 2:30 बजे जेल पहुंची थी। 3:50 बजे जेल परिसर से वापस रवाना हो गई। हनीप्रीत के साथ एडवोकेट राजेंद्र सिंह और संदीप कामरा भी पहुंचे। चर्चा है कि राम रहीम के साथ हनीप्रीत और डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन शोभा गोरा की डेरे के संचालन को लेकर भी बातचीत हुई है। दरअसल राम रहीम के जेल में जाने के बाद हनीप्रीत जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद दूसरी बार राम रहीम से मिलने सुनारियां जेल पहुंची है। इससे पहले हनीप्रीत 9 दिसंबर को रोहतक जेल पहुंची थी, दोनों के बीच करीब 40 मिनट बातचीत हुई थी। कल की मुलाकात से कयास लगाए जा रहे हैं कि अब सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा के संचालन को भी बातचीत चल रही है।
अगस्त 2017 में हुई थी राम रहीम को सजा, पंचकूला में हुई थी हिंसा
सीबीआई की विशेष अदालत ने साध्वी यौन उत्पीड़न मामले में राम रहीम को 25 अगस्त 2017 को दोषी करार दिया। इसके बाद 28 अगस्त को रोहतक की जिला जेल में लगी सीबीआई की विशेष अदालत ने राम रहीम को सजा का फैसला सुनाया था। इसके चलते पंचकूला में हिंसा हुई, जिसके बाद देर शाम पुलिस राम रहीम को हेलीकॉप्टर से रोहतक की सुनारिया जेल लेकर पहुंची। उस समय हनीप्रीत भी साथ थी।
6 नवंबर को मिली हनीप्रीत को जमानत
बाद में पुलिस ने हिंसा के मामले में हनीप्रीत को भी पंजाब से गिरफ्तार किया था। वह 2017 से लेकर 6 नवंबर 2019 को जमानत होने तक अंबाला की जेल में बंद रही। इसी नवंबर 2019 में उसे जमानत मिली थी। बाहर आकर हनीप्रीत ने सुनारिया जेल प्रशासन को राम रहीम से मुलाकात करने की अर्जी दी, लेकिन जेल प्रशासन ने सिरसा एसपी की रिपोर्ट पर अर्जी खारिज कर दी। बाद में गृह मंत्री अनिल विज के हस्तक्षेप के बाद जेल प्रशासन ने हनीप्रीत को मुलाकात की अनुमति दी।
अब हुआ यह खुलासा
सोमवार को हनीप्रीत के अचानक मिलने पहुंचने पर इस बात का खुलासा हुआ कि जेल प्रशासन ने उसका नाम गुरमीत की पारिवारिक सूची में शामिल कर लिया है। अब वह कभी राम रहीम से मिल सकती है। सजायाफ्ता कैदी से मिलने के लिए सप्ताह में दो दिन तय होते हैं। उनसे मिलने वालों के दस लोगों का नाम जेल प्रशासन के पास होता है।