बाबा फरीद मेडिकल यूनिवर्सिटी के अधीन गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ यौन शोषण का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। इस मामले में आरोपी डॉक्टर पर केस दर्ज करवाने व यूनिवर्सिटी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर संघर्ष कर रही जबर विरोधी एक्शन कमेटी पर एक दिन पहले शनिवार को पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आपराधिक केस भी दर्ज किया था।
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद रविवार को एक्शन कमेटी ने अगले संघर्ष की घोषणा के लिए प्रेस कांफ्रेंस बुलाई थी। प्रेस कांफ्रेंस से पहले ही पुलिस ने एक्शन कमेटी के प्रमुख नेता व किरती किसान यूनियन के प्रांतीय उप प्रधान राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला को गिरफ्तार कर लिया। उनकी गिरफ्तारी के रोष स्वरूप पीड़ित महिला डॉक्टर ने विभिन्न जत्थेबंदियों की महिला कार्यकर्ताओं को साथ थाना कोतवाली के सामने रोष प्रदर्शन किया।
कुछ समय बाद पुलिस ने बल प्रयोग करके इन सभी प्रदर्शनकारी महिलाओं को भी अपनी हिरासत में ले लिया। गिरफ्तारी के कुछ समय बाद ही राजिंदर सिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट एकता उप्पल की अदालत में पेश कर 22 दिसंबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।
जानकारी के अनुसार गुरु गोबिंद सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के यौन शोषण मामले को लेकर पिछले एक माह से सामाजिक जत्थेबंदियों पर आधारित जबर विरोधी एक्शन कमेटी द्वारा लगातार संघर्ष किया जा रहा है। इस मामले को लेकर एक्शन कमेटी पिछले 22 दिनों से मिनी सचिवालय रोड पर बेमियादी रोष धरना भी दे रही थी।
शनिवार को डीसी दफ्तर का घेराव किया जाना था। जिसके तहत शनिवार बाद दोपहर डीसी दफ्तर का घेराव करने जा रहे एक्शन कमेटी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने मिनी सचिवालय के गेट पर ही बैरिकेड्स लगाकर रोकना चाहा लेकिन उनके जबरन आगे बढ़ने की कोशिश करने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
लाठीचार्ज में पीड़ित महिला डॉक्टर समेत 20-22 प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे जबकि कुछ पुलिस कर्मियों को भी चोटें लगी। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के बाद पुलिस ने एक्शन कमेटी के प्रमुख नेताओं केशव आजाद, लाल कृष्ण, गुरपाल नंगल, भट्टी, राजिंदर सिंह समेत अन्य लोगों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज करते हुए उनके धरना स्थल से टेंट आदि का सामान भी उठा लिया था।
प्रदर्शनकारियों पर पुलिस कार्रवाई के खिलाफ एक्शन कमेटी ने बाद दोपहर साढ़े तीन प्रेसवार्ता बुलाई थी जिसमें संघर्ष की अगली रूपरेखा का एलान किया जाना था। उससे पहले ही पुलिस ने एक्शन कमेटी के प्रमुख नेता राजिंदर सिंह दीप सिंह वाला को उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह पीड़ित महिला डॉक्टर के साथ प्रेसवार्ता स्थल की तरफ जा रहे थे।
उनकी गिरफ्तारी के बाद पीड़ित महिला डॉक्टर ने विभिन्न जत्थेबंदियों की महिला कार्यकर्ताओं को साथ लेकर थाना कोतवाली के बाहर रोष धरना शुरू कर दिया। कुछ समय तक तनातनी के बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए पीड़ित महिला डॉक्टर समेत प्रदर्शनकारी महिलाओं को हिरासत में ले लिया।