हरियाणा में बीते साल की तुलना 2021 में आपराधिक घटनाएं बढ़ी हैं। दुष्कर्म, अपहरण, चोरी और वाहन चोरी के मामलों में काफी इजाफा हुआ है। ताजा आंकड़े 30 नवंबर 2021 तक के हैं। शुक्रवार को सरकार ने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में बीते पांच साल का आपराधिक रिकॉर्ड सदन पटल पर रखा। कांग्रेस विधायक जगबीर मलिक ने दर्ज मामलों और दोष सिद्धि का ब्योरा मांगा था।
गृह मंत्री अनिल विज ने तारांकित प्रश्न के जवाब में बताया कि इस साल अपहरण के 2970 मामले दर्ज हुए हैं। बीते साल इनकी संख्या 2414 थी। 2020 में 23.38 फीसदी केस में सजा हुई, 2021 में हुई सजा के आंकड़े अभी सरकार के पास नहीं पहुंचे हैं। 2019 में 3270, 2019 में 4223, 2017 में 3965, 2016 में 3557 व 2015 में मार्च से दिसंबर तक 3133 केस अपहरण के दर्ज किए गए।
दुष्कर्म के मामले इस साल 1666 दर्ज हुए हैं। 2020 में इनकी संख्या 1478 थी, जिनमें से 20.65 फीसदी केस में सजा हुई। 2019 में 1655, 2018 में 1503, 2017 में 1172, 2016 में 1058 और 2015 में मार्च से दिसंबर तक 860 केस दर्ज हुए। इस साल 20222 चोरी की घटनाएं हुई हैं। 2020 में 17036 केस दर्ज हुए थे।
वाहन चोरी के मामलों में बड़ी वृद्धि हुई है। इस साल 16843 केस दर्ज हुए, जबकि 2020 में इनकी संख्या 14635 थी। चेन छीनने के मामले भी बढ़ हैं। इस साल 479 केस दर्ज हुए हैं। बीते साल इनकी संख्या 384 थी। मानव तस्करी के बीते साल 18 मामले थे, जबकि इस साल 20 दर्ज हुए हैं।