पत्नी के बार-बार टोकने पर जब पत्नी ने स्मैक की लत से तौबा नहीं की तो पत्नी पुलिस की मुखबिर बन गई और अपने पति समेत पूरे गैंग को पकड़वा दिया। यह वाकया गुरुग्राम के झाड़सा गांव का है। इन अनूठी घटना में गुरुग्राम पुलिस ने भी पत्नी का पूरा सहयोग दिया।
झाड़सा गांव निवासी योगेश (बदला नाम) को नशे की लत थी। पत्नी संगीता (बदला नाम) ने कई बार उसे समझाया भी था, लेकिन पति हर बार उसके कहे को अनसुना कर देता। पति ने जब अपने नशे की लत नहीं छोड़ी तो पत्नी संगीता ने पति के स्मैक पीने की सूचना पुलिस से साझा की। पत्नी ने पुलिसकर्मियों से कहा कि वह सभी सूचना तब साझा करेगी, तब वह लोगा उसके पति की नशे की बुरी लत को छुड़वाने में उसकी मदद करें।
पुलिसकर्मियों की हामी के बाद पत्नी ने अपने पति के फोन में एक सॉफ्टवेयर को अपलोड किया और इससे पति के फोन पर आने वाली सभी कॉल को वह सुनती थी। सभी कॉल की रिकॉर्डिंग भी करती रही। जानकारी लेने के बाद वह पुलिस टीम को सभी सूचनाएं साझा करती थी। सूचनाओं के आधार पर महिला ने तीन लोगों को गिरफ्तार करवाया है। पुलिस ने तीनों से 215 ग्राम स्मैक बरामद की है। जिसकी बाजार में कीमत लगभग डेढ़ लाख रुपये है।
लगता है अब छूट जाएगी लत
दो महीने से पति जेल में बंद है और उसकी लगभग स्मैक पीने की आदत छूट गई है। वहीं जेल में कुछ दिन और रहेगा, तो पूरी तरह से लत छूट जाएगी। पूरे घटनाक्रम के बाद पत्नी ने सेक्टर-31 प्रभारी को धन्यवाद किया और कहा कि यह बात उसके परिवार वालों को नहीं पता चलनी चाहिए। अगर परिवार में पता चल गई तो परिवार खराब हो जाएगा।
कॉल डिटेल निकलवाई
एक अपराध शाखा के प्रभारी ने बताया कि साल 2019 में नवंबर माह में स्मैक बेचने वाले की सूचना मिली। लेकिन वह नहीं मिला, उसकी कॉल डिटेल निकलवाई गई, तो एक युवक से वह ज्यादा बातें करता था। उस तक पहुंचे, तो पता चला की वह ऑटो चलाता है और वह भी स्मैक पीता है। ऐसे में पुलिस ने उससे स्मैक बेचने वाले के बारे में जानकारी मांगी। पुलिसकर्मी उसको रोजाना फोन करते थे, लेकिन उसके द्वारा गुमराह किया गया। ऐसे में पत्नी ने पुलिस से संपर्क किया और बताया कि वह पुलिस को सभी जानकारी देगी, लेकिन पति की लत छूटनी चाहिए। इस पूरी घटना से जुड़े पुलिसकर्मी की मानें तो महिला के पति ने पहले स्मैक पीना शुरू किया और रुपये कम पड़ने के कारण बेचना भी शुरू कर दिया। पत्नी सहित पूरा परिवार परेशान था। ऐसे में पुलिस को पत्नी द्वारा दी गई सूचना पर जम्मू-कश्मीर निवासी खुर्शीद उर्फ राही और पश्चिम बंगाल निवासी तवारूल को गिरफ्तार किया गया। यह दोनों पिछले काफी समय से गुरुग्राम में सक्रिय थे। उनके द्वारा बड़े ही शातिराना ढंग से लोगों को लत डाली जाती थी और उसको बेचते थे। इसके बाद पुलिस ने ऑटो चालक पति को भी गिरफ्तार किया गया।यह तीनों दो महीने से जेल में बंद है।
पश्चिम बंगाल से आपूर्ति
स्मैक के सप्लायर ने पुलिस को बताया कि पश्चिम बंगाल से स्मैक लेकर ट्रेन के रास्ते गुरुग्राम पहुंचते थे। उसके बाद एक ग्राम के 600 से लेकर एक हजार रुपये तक लेते थे। उसके बाद वह फ्यूल पेपर और पाइप भी देते थे। इसके अलावा छोटा सा इलेक्ट्रॉनिक्स कांटे में तोल कर देते थे। वह लोगों को फोन कर रोजाना अलग-अलग जगह बुलाकर स्मैक की सप्लाई करते थे। यह ज्यादातर निजी यूनिवर्सिटी और कॉलेज वाले छात्र-छात्राओं को बेचते थे।
कोर्ट में लगाएंगे याचिका
अभी पति भोंडसी जेल में बंद है। स्मैक की लत के कारण लगातार उसकी तबीयत बिगड़ गई है और कई जगह सूजन भी आ गई है। जेल में उसका इलाज चल रहा है। इसी सप्ताह पुलिस मामले में चार्जशीट पेश करेगी। उसके बाद परिवार के लोग कोर्ट में उसका इलाज करवान के लिए याचिका लगाएंगे, ताकि वह पूरी तरह से ठीक हो सके।