ओडिशा के कटक निर्गुन्डी में वीरवार सुबह सात बजे एक मालगाड़ी ने लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस (LTT EXpress) में टक्कर मार दी जिससे ट्रेन के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। घटना का कारण घना कोहरा बताया जा रहा है। इस हादसे में 40 यात्रियों के घायल होने की सूचना मिली है जिसमें से पांच यात्री की हालत गंभीर बताई जा रही है। 8 डिब्बे पटरी से उतरने के कारण कुछ समय के लिए रेल आवागमन प्रभावित हुआ है, जिसके चलते कुछ रेलगाड़ियों के मार्ग को बदल दिया गया है। पूर्वतट रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी जेपी.मिश्रा ने मीडिया को जानकारी दी है कि हादसे की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। यह हादसा घने कुहासे के कारण हुआ है या फिर मानवीय भूल के कारण, गाड़ी की स्पीड अधिक थी या फिर सिगनल में गड़बड़ी कारण जांच के बाद स्पष्ट हो जाएगा।
सभी यात्रियों को उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाने की व्यवस्था रेलवे की तरफ से की जाएगी। यात्रियों को ट्रेन से निकालकर कटक एवं भुवनेश्वर भेजने के लिए दो बस की व्यवस्था की गई है। हादसे की जांच के लिए विशेष कमेटी बनायी गई है। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी जेपी मिश्रा ने हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य में स्थानीय लोगों की सेवा भावना की भी तारीफ की है।
घायलों का कटक के श्री रामचंद्र भंज मेडिकल अस्पताल में इलाज किया जा रहा है। यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किये हैं। सेंट्रल रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने कहा, “चूंकि ट्रेन मुंबई से शुरू हुई थी, इसलिए हमने अतिरिक्त हेल्पलाइन की स्थापना की, ताकि ट्रेन से यात्रा करने वाले यात्रियों के रिश्तेदारों को अपडेट मिल सके।”
एससीबी में सरकारी खर्चे में होगा घायलों का इलाज: डा. भुवनानंद महारणा
वहीं एससीबी में भर्ती सभी घायल यात्रियों के इलाज का खर्च एससीबी मेडिकल उठाएगा। यह जानकारी एससीबी के आपातकालीन अधिकारी डा. भुवनानंद महारणा ने दी है। उन्होंने कहा है कि घायल यात्रियों के इलाज के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है।
ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की सूचना कुछ यात्रियों द्वारा ट्वीट कर दिए जाने के बाद राहत एवं बचाव का कार्य शुरू किया गया। रेलवे की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार यह हादसा घने कोहरे के कारण हुआ। पूर्वतट रेलवे की ओर से जारी ब्रीफिंग में कहां जा रहा है कि घने कोहरे के कारण यह ट्रेन एक मालगाड़ी के गार्ड के डिब्बे से टकरा गई।
इस हादसे की जानकारी मिलते ही रेलवे की राहत और बचाव टीम मौके पर पहुंची तथा घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया। हादसे के कारण रेलवे के आठ डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। इस कारण इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है तथा कई ट्रेनों का रूट बदल दिया गया है।