अम्बाला. हरियाणा विधानसभा की वेबसाइट पर मंत्रियों के पोर्टफोलियों में सीआईडी विभाग सीएम खट्टर के पास दर्शाए जाने के बाद नया विवाद खड़ा हो गया। सवाल यह है कि यह विभाग वास्तव में है किसके पास। इस मामले पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकार वेबसाइट से नहीं चलती। सरकार कानून के नियम से चलती है।
विज ने यह भी कहा कि सीआईडी गृह विभाग का अभिन्न अंग है। लेकिन, सीएम सुप्रीम हैं, वे चाहे तो बदल सकते हैं। हालांकि, बदलने के लिए कैबिनेट में पास करना पड़ेगा। इसके बाद विधानसभा में पास करवाना पड़ेगा। इसके बाद ही बदला जा सकता है। फिलहाल, आज की तारीख में ऐसा कुछ नहीं हुआ है।
वहीं, प्रदेश की अफसरशाही से झगड़े पर विज ने कहा कि मेरा अफसरशाही से कोई झगड़ा नहीं है। काम न करने वालों को ठीक करना मेरा धर्म भी है और मेरा कर्म भी है।
शपथ के बाद से ही विज देख रहे हैं सीआईडी
मंत्रियों के शपथ लेने के बाद अनिल विज को गृह विभाग दिया था, लेकिन सीआईडी डिपार्टमेंट का अलग से न तो उनके और न ही मुख्यमंत्री के विभागों में नाम था। ऐसे में सीआईडी, गृह का ही हिस्सा होने पर यह डिपार्टमेंट भी विज के पास ही माना जा रहा था। इसीलिए उन्होंने यह दावा किया है।