सीपीआई के राज्य सचिव डॉ. गिरीश ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों, मजदूरों और नौकरीपेशा लोगों के खिलाफ एक के बाद एक फैसले ला रही है। रेलवे विभाग तक का निजीकरण किया जा रहा है। बैंक कर्मी भी सरकार की नीतियों से परेशान हैं। सीपीएम के राज्य सचिव डॉ. हीरा लाल यादव ने कहा कि श्रम कानूनों में पूंजीपतियों के पक्ष में बदलाव करके भाजपा सरकार ने साबित कर दिया है कि उसे मजदूरों के हितों से कोई मतलब नहीं है।
भाकपा माले के राज्य सचिव सुधाकर यादव, खेतिहर मजदूर-किसान यूनियन के बीएलभारती, मजदूर नेता प्रेमनाथ राय और लोकतांत्रिक जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जुबैह अहमद कुरैशी ने कहा कि यूपी में भी करोड़ों लोग इस हड़ताल का हिस्सा बनेंगे। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में खेतिहर मजदूर और बटाईदार भी हिस्सा लेंगे। इसके लिए उनके बीच व्यापक जन-जागरण अभियान चलाया गया है।