लखनऊ. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने सपा बसपा और कांग्रेस पर एक साथ निशाना साधते हुए शुक्रवार को कहा कि इन तीनों पार्टियों के बीच तुष्टीकरण और असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देने के लिए एक अलग तरह का ट्वेंटी-20 मैच चल रहा है। इनके बीच एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ सी मची हुई है।
लखनऊ में दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने वक्तव्य में नई-नई बातों का उल्लेख किया है। उनके विधानसभा दल के नेता उनसे भी आगे निकल गए हैं और उपद्रवियों को सम्मान देने की बात कर रहे हैं। इस पर आश्चर्य नहीं हुआ क्योंकि ये लोग पूर्व में ही आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने का जो प्रयास किया गया था उस पर न्यायालय ने हस्तक्षेप किया था और खूंखार आतंकियों को सजा भी दी थी।
शर्मा ने कहा कि यह उनकी कार्यशैली और आदत है। उनके नेताओं का कहना है कि रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुसलमानों को जाने नहीं देंगे। यहां दल का लालच इस कदर पहुंच गया है। तुष्टिकरण की सीमा चरम पर है।
पिछली सरकार में हुए 400 दंगे
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि 400 दंगे पिछली सरकार में हुए थे। हमारी सरकार में एक भी दंगा नहीं हुआ। 265 पुलिसकर्मियों पर जो हमले हुए हैं, उनकी तकलीफ उन्हें नहीं दिखेगी। मेरठ में पुलिसकर्मियों को जिंदा जलाने का कार्य किया जाया जा रहा था। ऐसे लोगों की सीसीटीवी फुटेज हैं। उन्हें आज ये लोग बचाने की बात कर रहे हैं। उनको यह लोग संविधान संरक्षक कह रहे हैं।
हमारी सरकार पर लोगों का भरोसा बढ़ा है
उन्होंने कहा कि लोगों का भरोसा हमारी सरकार पर बढ़ा है। हमारी सरकार ने तेजी से हालात को सामान्य करने की व्यवस्था की है। यह विपक्ष के लिए के लिए काफी है। कांग्रेस कहती है हम वकील देंगे और सपा कहती है हम सम्मान देंगे पुरस्कार देंगे। लेकिन यह जान लीजीए कि आप संविधान के विरुद्ध जाने की प्रवृत्ति लोगों को दे रहे हैं। जिससे लोग भटकाव की राजनीति करेंगे और वैमनस्य पैदा होगा।