गृह मंत्री अनिल विज की बयानबाजी से दुखी CM मनोहर लाल ने संगठन के समक्ष रखा दर्द

हरियाणा की राजनीति में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। राज्य के गृह मंत्री अनिल विज ने सीआइडी से विधानसभा चुनाव की रिपोर्ट मांगकर सबको असहज किया हुआ है तो विपक्ष इसे मुद्दा बनाने से भी नहीं चूक रहा है। राज्य में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बाद गृहमंत्री अनिल विज भी सत्ता का केंद्र बन गए हैं।

विज की बयानबाजी से दुखी मुख्यमंत्री मनोहर लाल चंडीगढ़ से नई दिल्ली पहुंचे और एयरपोर्ट से सीधे भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित संगठन महामंत्री बीएल संतोष से मुलाकात करने पहुंच गए। रात्रि 11 बजे वे दिल्ली स्थित हरियाणा भवन पहुंचे। वीरवार सुबह 11 बजे मनोहर लाल वापस चंडीगढ़ लौट गए। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संगठन के दोनों नेताओं को साफतौर पर कह दिया है कि राज्य सरकार की गाड़ी चलाने के लिए एक स्टेयरिंग और एक ही ड्राइवर होना चाहिए।

छह दिसंबर को संसद भवन में अमित शाह से मिले थे अनिल विज

हरियाणा का गृह मंत्री बनने के बाद अनिल विज 5 दिसंबर को नई दिल्ली आए थे और 6 दिसंबर की संसद भवन में उनकी मुलाकात भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से हुई थी। विज ने इसके बाद से राज्य सरकार में अपनी अलग ही उपस्थिति दर्ज कराई हुई है। विज ने गृह विभाग के सचिव मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और शहरी स्थानीय निकाय के प्रधान सचिव मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव वी. उमाशंकर को बनाए जाने पर भी नाराजगी जताई थी। इसके चलते खुल्लर की जगह नए गृह सचिव की नियुक्ति हो गई है मगर शहरी स्थानीय निकाय विभाग के प्रधान सचिव को लेकर विज की नाराजगी बरकरार है।

हरियाणा में सत्ता के तीन केंद्र बनने से हाईकमान नाराज

भाजपा हाईकमान भी हरियाणा में सत्ता के तीन केंद्र बनने से नाराज है। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पिछली बार दिल्ली आकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों को अपनी चिंता से अवगत करा दिया था। इसके बाद भाजपा हाईकमान के बुलावे पर ही सीएम बुधवार रात्रि अचानक दिल्ली पहुंचे। बताया जा रहा है कि जेपी नड्डा और बीएल संतोष ने सीएम को साफ कर दिया है कि वे हरियाणा की सरकार बिना किसी हस्तक्षेप के चलाएं। सीएम की मुलाकात के बाद बीएल संतोष ने गुरुवार पार्टी के प्रदेश प्रभारी महामंत्री डॉ.अनिल जैन से भी विस्तृत चर्चा की। सूत्र बताते हैं कि संगठन की तरफ से सूबे में राजनीतिक शांति के लिए डॉ.जैन दो दिन का प्रवास जनवरी माह में ही करेंगे या फिर प्रमुख नेताओं को दिल्ली बुलाया जाएगा।

प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए भी सीएम ने लिया मार्गदर्शन

हरियाणा में संगठन के चल रहे चुनावों के बाद प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है, इसलिए सीएम ने अभी से नए प्रदेश अध्यक्ष के संभावित नामों पर भी चर्चा कर ली है। राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालातों के मद्देनजर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष और संगठन महामंत्री से नए प्रदेश अध्यक्ष की बाबत यह भी साफ कर लिया है कि हारे हुए नेताओं की बाबत इस पद के लिए चर्चा करनी है या नहीं।

 

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