राउरकेला. भारतीय हॉकी टीम की अहम सदस्य सुनीता लाकड़ा ने संन्यास का ऐलान कर दिया है. सुनीता ने चोट की वजह से महज 28 साल की उम्र में खेल को अलविदा कह दिया. बता दें सुनीला पिछले काफी समय से घुटने की चोट से जूझ रही हैं, जिसके बाद उन्होंने इंटरनेशनल हॉकी को छोड़ने का फैसला किया. सुनीता ने संन्यास का ऐलान करते हुए कहा कि वो टोक्यो ओलिंपिक में खेलना चाहती थी लेकिन चोट की वजह से वो ये करने में सक्षम नहीं हैं.
संन्यास का ऐलान करते हुए सुनीता लाकड़ा भावुक हो गईं और उन्होंने कहा, ‘आज मेरे लिए भावनात्मक दिन है क्योंकि मैंने अंतर्राष्ट्रीय हॉकी से संन्यास का फैसला किया है. मैं बेहद ही खुशकिस्मत हूं कि मैंने रियो ओलिंपिक में हिस्सा लिया, जो कि पिछले तीन दशकों में भारतीय महिला हॉकी टीम का पहला ओलिंपिक था. मैं टोक्यो ओलिंपिक्स में भी खेलना चाहती थी लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि मुझे घुटने की एक और सर्जरी की जरूरत है.’
घरेलू स्तर पर हॉकी खेलती रहेंगी लाकड़ा
सुनीता लाकड़ा ने आगे कहा, ‘मैं जब ठीक हो जाऊंगी तो घरेलू हॉकी खेलूंगी. मैं नाल्को के लिए दोबारा मैदान पर उतरूंगी जिसने मुझे नौकरी देकर मेरे करियर में अहम रोल अदा किया.’
सुनीता लाकड़ा का करियर
सुनीता लाकड़ा ने भारतीय महिला हॉकी टीम में साल 2008 में डेब्यू किया था और 2018 एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में वो भारत की कप्तान भी बनीं. इस टूर्नामेंट में भारतीय हॉकी टीम रनरअप रहीं. इसके अलावा वो जकार्ता एशियन गेम्स 2018 में सिल्वर मेडल और 2014 इंचियोन एशियन गेम्स में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली महिला हॉकी टीम की सदस्य थीं|