झारखंड विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के हाथ से सत्ता फिसलती हुई दिख रही है। 81 विधानसभा सीटों वाले राज्य में भारतीय जनता पार्टी आ रहे रुझानों में सत्ता गंवाती हुई नजर आ रही है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व में बने महागठबंधन ने बढ़त बनाई हुई है। मतगणना जारी है।
इस चुनाव में राज्य की कई सीटों की चर्चा है, लेकिन जिस विधानसभा सीट ने सबसे अधिक सुर्खिया बटोरी है, वह है झरिया की सीट। इस सीट पर मुकाबला देवरानी और जेठानी के बीच है। भाजपा ने इस सीट से सिंह मेंशन परिवार की बहू रागिनी सिंह (देवरानी) को उतारा है, तो वहीं कांग्रेस ने इसी परिवार की बहू पूर्णिमा सिंह (जेठानी) को टिकट दिया है।
इस चुनावी लड़ाई में जेठानी पूर्णिमा सिंह फिलहाल आगे निकलती हुई दिख रही हैं। मालूम हो कि मशहूर फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में रामाधीर सिंह का किरदार इसी परिवार के मुखिया और बाहुबली सूर्यदेव सिंह से प्रेरित था।
झरिया सीट से देवरानी और जेठानी के आमने-सामने आने के बाद मुकाबला कांटे का हो गया। फिलहाल कांग्रेस की पूर्णिमा सिंह और बीजेपी प्रत्याशी रागिनी सिंह के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है। खबर लिखे जाने तक जेठानी पूर्णिमा सिंह, देवरानी रागिनी सिंह से 1013 वोटों से आगे चल रही थीं।
झरिया विधानसभा सीट पर बाहुबली सूर्यदेव सिंह के परिवार का वर्चस्व रहा है। वर्तमान में बीजेपी के टिकट पर संजीव सिंह यहां के विधायक हैं। फिलहाल संजीव अपने चचेरे भाई नीरज सिंह की हत्या के आरोप में जेल में बंद हैं।
2014 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी संजीव सिंह ने कांग्रेस प्रत्याशी नीरज सिंह को 34 हजार से अधिक मतों से हराया था। नीरज और संजीव दोनों चचेरे भाई थे। 2017 में नीरज सिंह की हत्या कर दी गई। उनकी हत्या का आरोप संजीव पर लगा है और वह जेल में बंद हैं।
अब देवरानी और जेठानी आमने-सामने आ गईं। वासेपुर की बहुरानी और जेठानी के मैदान में उतरने से झारखंड चुनाव में भी जोरदार तड़का भी लग गया। इस सीट की चुनावों प्रचार के दौरान भी काफी चर्चा रही।