नैनीताल. हरिद्वार में हर की पौड़ी पर सिख समुदाय ने ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वार होने का दावा करते हुए ज़मीन देने की मांग की है. सिख समुदाय ने हाईकोर्ट में ज़मीन को उनके हक में देने की मांग करते हुए एक जनहित याचिका दाखिल की है. आज हाईकोर्ट ने पूरे मामले पर केन्द्र सरकार एएसआई, यूपी (UP) और उत्तराखण्ड सरकार को नोटिस जारी किया है. कोर्ट अब पूरे मामले पर अवकाश के बाद सुनवाई करेगी.
यूपी की ज़मीन दे दी…
नैनीताल हाईकोर्ट में गुरदेव सिंह शौहता ने याचिका दाखिल कर कहा है कि हर की पौड़ी पर 550 साल पहले से गुरुद्वारा है जिसके लिए ज़मीन लंढौरा के राजा ने दान की थी. यह गुरुद्वारा 1976 तक इस स्थान पर रहा.
याचिका में कहा गया है कि हर की पौड़ी के सौन्दर्यीकरण के दौरान इस स्थान को खाली करवा दिया था मगर आज तक गुरुद्वारे के लिए ज़मीन नहीं दी गई. याचिका में कहा गया है कि 2001 में अल्पसंख्यक आयोग ने उत्तराखण्ड सरकार को ज़मीन देने का आदेश दिया मगर सरकार ने यूपी की ज़मीन गुरुद्वारे के लिए दे दी है.
करपारपुर कॉरीडोर की तरह बने
याचिका में कहा गया है कि हर की पौड़ी पर गुरुद्वारे के मूल स्थान को सिख समुदाय को दिया जाए ताकि वे निशान साहिब स्मृति चिन्ह लगा सकें. याचिकाकर्ता के वकील एमसी पंत कहते हैं कि यह स्थान करतापुर कॉरीडोर और सरदार वल्लभभाई पटेल की मूर्ति की तरह बनाया जाना चाहिए|