नई दिल्ली, । आचार्य बालकृष्ण रुचि सोया के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्ट के पद पर नियुक्त हुए हैं। साथ ही स्वामी रामदेव नए गठित बोर्ड के नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर बने हैं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में एक फाइलिंग से यह जानकारी पता लगी है। गौरतलब है कि पतंजलि ने हाल ही में फूड प्रोसेसिंग सेक्टर की बड़ी कंपनी रुचि सोया का अधिग्रहण किया है, इससे रुचि सोया बाबा रामदेव की कंपनी पतंजली की हो गई है। पतंजली आयुर्वेद ने बुधवार को 4,350 करोड़ रुपये का भुगतान कर यह पहला बड़ा अधिग्रहण किया है। यह अधिग्रहण दिवालिया प्रक्रिया के तहत किया गया है।
इसके साथ ही आचार्य बालकृष्ण रुचि सोया के बोर्ड की कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी कमेटी के चेयरमैन और स्वामी रामदेव इसके एक सदस्य भी होंगे। सूत्रों के अनुसार, पतंजली ने रुचि सोया के विभिन्न वित्तीय देनदाताओं से बकाया 4,350 करोड़ की राशि का निपटारा किया है। यह अधिग्रहण पतंजली को महाकोष और रुचि गोल्ड जैसे खाद्य तेल प्लांट्स को अपने स्वामित्व में लेने में मदद करेगा।
सूत्रों के अनुसार, पतंजली द्वारा रुचि सोया के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। पतंजली द्वारा राशि को एस्क्रो अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया है और इसे वित्तीय देनदारों को वितरित करने की प्रक्रिया चल रही है।