लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धारा-144 लागू होने के बावजूद नागरिकता कानून के विरोध में कई जिलों में जबरदस्त प्रदर्शन हुआ। लखनऊ में उप्रदवियों ने मदेयगंज चौकी के बाहर खड़ी तीन बाइक फूंक दी। वहीं, संभल जिले में रोजवेज की बस में आग लगा दी। पथराव करके 10 से ज्यादा वाहनों को तोड़ दिया। दोनों ही जगहों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज करके उप्रदवियों को खदेड़ा।
नागरिकता कानून के विरोध में समाजवादी पार्टी और कई संगठनों ने प्रदर्शन का आह्वान किया था। इसे देखते हुए पूरे प्रदेश में धारा-144 लागू कर दी गई थी। संवेदनशील इलाकों में आरएएफ, पीएसी, क्विक रिस्पांस टीम तैनात की गई।
उपद्रवियों ने की फायरिंग
राजधानी लखनऊ में मदेयगंज, खदरा और ठाकुरगंज में हिंसक प्रदर्शन हुआ। खदरा में भीड़ और पुलिस में गुरिल्ला युद्ध की तरह झड़प जारी है। उपद्रवी छतों से पथराव कर रहे हैं। मदेयगंज में भीड़ की ओर से भी फायरिंग हुई। पुलिस ने जवाब में हवाई फायरिंग की और आंसू गैस के गोले दागे।
भीड़ गलियों में से निकलकर बार-बार पथराव कर रही है। मदेयगंज पुलिस चौकी के बाहर खड़ी तीन बाइकों को भी उपद्रवियों ने फूंक दिया। वहीं, परिवर्तन चौक से कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को पुलिस ने हिरासत में लिया है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा- आरएएफ तैनात की गई है। माहौल शांत है। स्थिति काबू में है।
एक मेट्रो स्टेशन बंद
लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन ने प्रदर्शन को देखते हुए गुरुवार शाम 5 बजे तक केडी सिंह बाबू स्टेडियम मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया। इनके नाम फवाद, सदन अली और अली मुल्ला खान हैं।
संभल में बस फूंकीं, वाहनों में तोड़फोड़
संभल: यहां सदर इलाके में उप्रदवियों ने रोडवेज बस में आग लगा दी। पुलिस और प्रशासन की 10 से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़ की। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ा। आंसू गैस के गोले दागे हैं। हालात तनावपूर्ण हैं। भीड़ ने मीडियाकर्मियों को भी निशाना बनाया। इसमें कई लोग घायल हुए।
3000 को पाबंद किया, 62 को गिरफ्तार
डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि मेरठ में आपत्तिजनक पर्चे बांटने वाले 3 लोगों सहित गुरुवार रात 62 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 3000 लोगों को शांतिभंग में पाबंद किया है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि, कृपया कोई भी व्यक्ति किसी भी प्रदर्शन में हिस्सा न लें। माता-पिता से भी अनुरोध है कि वे अपने बच्चों की काउंसलिंग करें।