बूंदी. चार महीने से लापता बूंदी पुलिस के कांस्टेबल अभिषेक शर्मा का सड़ा-गला शव सवाई माधोपुर जिले के बौंली से बरामद कर लिया गया। कांस्टेबल की रिश्ते में साली और उसके दोस्त ने ही हत्या के बाद शव बौंली कस्बे में पुराने महल के पास जमीन में गाड़ दिया था।
बूंदी शहर के बीबनवा रोड निवासी कांस्टेबल अभिषेक शर्मा (30) 11 साल पहले पुलिस में लगा था। वह पुलिस लाइन में तैनात था। 28 अगस्त को घर से ड्यूटी पर जाने के लिए निकला था, पर न ड्यूटी पहुंचा, न घर लौटा। परिवार ने तलाशने के बाद 5 सितंबर को कोतवाली में अभिषेक की गुमशुदगी की रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में अभिषेक के ससुराल पक्ष व उसकी प्रेमिका श्यामा पर अभिषेक को गायब करने का संदेह जताया गया था। श्यामा अभिषेक की पत्नी की बुआ की बेटी है। पुलिस जांच में अभिषेक के बौंली की श्यामा शर्मा के साथ करीबी संबंधों की बात पुख्ता हो गई।
शव बन चुका कंकाल
पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के बाद युवती से पूछताछ की तो उसने अपने साथी नवेद के साथ मिलकर अभिषेक की हत्या की बात कबूली। इस पर पुलिस ने दोनों को बुधवार को गिरफ्तार कर निशानदेही पर शव निकलवाया, जो कंकाल की शक्ल ले चुका था। शव करीब 110 दिन पुराना बताया जा रहा है। पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने मिलकर अगस्त में ही उसकी हत्या कर शव पुराने महल के पास गाड़ दिया था।
साेच भी नहीं सकते कि भाई ऐसे फंसेगा: बहन
अभिषेक की बहन शीतल शर्मा ने बताया कि वह कभी सोच भी नहीं सकती थी कि उसका भाई ऐसे षड़यंत्र में भी फंस सकता है। श्यामा ने पहले तो उसका घर उजाड़ा और बाद में उसी को मौत के घाट उतार दिया। 28 अगस्त को जब भाई शाम को 7 बजे घर से निकला था तो मुझसे कहकर गया था खाना मत बनाना, मैं कल आऊंगा। रात 11 बजे से उसका मोबाइल भी स्विचऑफ हो गया था।
20 दिन तक बूंदी में रहकर गई थी श्यामा : मां
अभिषेक की मां दमयंती शर्मा ने बताया कि हमने पहले ही अभिषेक की पत्नी दिव्या की फुफेरी बहन श्यामा पर हत्या का शक जताया था। सालभर पहले 20 दिन तक बूंदी में उनके पास रहकर गई थी। जहां अभिषेक के साथ उसकी नजदीकियां बढ़ गई। इसका पता चला तो पति-पत्नी में झगड़ा होने लगा। मनमुटाव इतना बढ़ा कि पत्नी ने तलाक का केस दर्ज करा दिया। दिव्या चार-पांच माह से पीहर सवाई माधोपुर के जरवाड़ा गांव में रह रही थी।