आजमगढ़: नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में मऊ जिले में हिंसक प्रदर्शन के बाद आजमगढ़ में पुलिस पर हुए पथराव और हिंसा पर उतारू प्रदर्शन पर पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस के अनुसार एहतियातन दो दिनों के लिए आजमगढ़ में इंटरनेट पर रोक लगाई गई है. ये रोक 18 और 19 दिसंबर तक चलेगी.
पुलिस का कहना है कि मऊ के बाद आजमगढ़ में फेसबुक मैंसेंजर, वाट्सएप कॉलिंग के जरिए भीड़ इकट्ठा कर हिंसा फैलाने की साजिश रची गई. दरअसल मऊ जिले में सोमवार को सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुआ, इसकी आंच मंगलवार को मुबारकपुर कस्बे में देखने को मिली. जहां प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया. जिसे कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने शांत कराया. वहीं साइबर सेल ने आज खुलासा किया कि मुबारकपुर में भीड़ को इकट्ठा करने और हिंसक प्रदर्शन को उकसाने के लिए फेसबुक मैसेंजर और वाट्सएप का इस्तेमाल किया गया था. साइबर सेल के खुलासे के बाद पूरे जिले में दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवाये बंद रहेगी.
29 उपद्रवियों को चिन्हित कर गिरफ्तारी के प्रयास जारी: एसपी
मामले में पुलिस अधीक्षक प्रोफेसर त्रिवेणी सिंह ने बताया कि 18 और 19 दिसंबर को इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी. उन्होंने बताया कि मुबारकपुर में हिंसा पर उतारू 11 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य 29 उपद्रवियों को चिन्हित कर उनकी भी गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं. पूरे जिले में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल और संवेदनशील स्थानों पर आरएएफ की तैनाती कर दी गई है. उपद्रवियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी|