मुंबई,। इंडियन होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन (AHAR) ने कहा है कि अगर प्याज की कीमत जल्द ही 60 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर नहीं आई तो वह ऐसे डिशेज के दाम बढ़ा सकता है, जिसमें प्याज पड़ता है। मुंबई और उपनगरीय इलाकों में पिछले सप्ताह प्याज की कीमत 160-170 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर तक पहुंच गई थी। हालांकि, प्याज उत्पादकों द्वारा थोक बाजार में अधिक घरेलू प्याज भेजने से सोमवार के बाद से प्याज की कीमतों में 30 फीसद तक कमी आई है।
AHAR के अध्यक्ष संतोष शेट्टी ने बताया, ”प्याज की कीमतों में गिरावट आई है और मुंबई में इसके भाव में 30 फीसद तक की कमी दर्ज की गई है। हम प्याज वाले डिशेज के दाम में वृद्धि को लेकर किसी तरह के फैसले से पहले एक हफ्ते से लेकर 10 दिन तक इंतजार करेंगे।”
उल्लेखनीय है कि प्याज की ऊंची कीमतों ने हाल के दो माह में मध्यम वर्ग के महीने का बजट बिगाड़ दिया है। देश में मौसम की मार के कारण प्याज के उत्पादन में भारी गिरावट के कारण इसकी कीमतें आसमान छूने लगी।
शेट्टी ने कहा, ”कई ऐसे होटल और रेस्टोरेंट हैं, जिन्होंने प्याज वाले डिशेज में कटौती कर दी है। अगर यह स्थिति बनी रहती है तो हमारे सामने कीमत बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचेगा क्योंकि ऐसे में हम कारोबार नहीं कर पाएंगे।”
AHAR सदस्यों ने आगे की कार्ययोजना तैयार करने के लिए पिछले सप्ताह होटल और रेस्तरां मालिकों की बैठक बुलाई थी। भारत में लगभग सभी डिशेज के ग्रेवी को तैयार करने के लिए प्याज का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा सलाद और अन्य डिशेज के टॉपिंग के लिए भी प्याज का उपयोग होता है।
हालांकि, जब इस बारे में नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया से सम्पर्क किया गया तो उसने कहा कि उसके सदस्य होटलों और रेस्तरां का डिशेज का दाम बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है।