कटघर थाने में कार्यरत एक सिपाही बदायूं से बारात लेकर बृहस्पतिवार शाम मझोला थानाक्षेत्र स्थित सांई गार्डन में बारात लेकर पहुंचा। लेकिन दुल्हन नाबालिग थी और बारात की अगवानी के वक्त ही किसी ने इसकी सूचना जिला प्रोवेशन अधिकारी को दे दी। नाबालिग की शादी की सूचना मिलते ही बाल कल्याण समिति, चाइल्ड लाइन, एएचटीयू और बाल संरक्षण इकाई की टीम एक साथ मौके पर आ धमकी और शादी रुकवा दी। सख्त हिदायत भी दी गई है कि अगर चोरी छिपे शादी की गई तो मुकदमा दर्ज करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
बाल कल्याण समिति की सदस्य नीतू सक्सेना ने बताया कि जिस लड़की शादी करवाई जा रही थी, उसकी उम्र 16 साल है। लड़की की ओर से दो साल पूर्व में एक युवक के खिलाफ दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया गया। जिसमें आरोपी के खिलाफ कार्रवाई कर उसे जेल भेजा जा चुका है। अब लड़की की शादी एक रिश्तेदार के माध्यम से उसके परिवार वालों ने बदायूं के बिसौली में रहने वाले कटघर थाने में तैनात करीब 30 वर्षीय सिपाही धीरेंद्र से तय कर दी। शादी के लिए लाइनपार में सांई गार्डन को बुक किया गया था। गुरुवार को तय तारीख पर बारात पहुंच गई।
देर शाम बारात की अगवानी चल रही थी। मंडप से थोड़ी दूर स्थित घर पर दुल्हन को सजाया जा रहा था। तभी किसी व्यक्ति ने जिला प्रोवेशन अधिकारी राजेश चंद्र गुप्ता को व्हाट्सएप पर शादी का कार्ड भेजकर शिकायत की कि दुल्हन नाबालिग है। कार्ड पर लड़की का नाम बदला गया था। जिला प्रोबेशन अधिकारी की सूचना पर एएचटीयू के प्रभारी मयंक गोयल, सार्ड चाइल्ड लाइन की प्रभारी श्रद्धा शर्मा, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष गुलजार अहमद मझोला पुलिस को लेकर विवाह स्थल पर पहुंच गए। सांई गार्डन के दरवाजे पर लड़की पक्ष के लोग बारात के आवभगत की तैयारी में थे।
समिति के सदस्यों ने बताया कि लड़की के परिवार वालों से दुल्हन की उम्र पूछी गई तो उन्होंने उसे बालिग बताया। उनसे उसके बालिग होने के संबंध में दस्तावेज मांगे गए तो कुछ देर तक आनाकानी की लेकिन बाद में उन्होंने कहा कि दुल्हन नाबालिग है। मौके पर पहुंची टीम ने नाबालिग की शादी को गैरकानूनी बताया और ये शादी रुकवाने के लिए कहा। इस दौरान दूल्हा भी मौके पर पहुंच गया। उससे भी पूछताछ की गई और शादी रुकवाने के लिए कहा गया। दोनों ही पक्षों ने टीम के कहने के बाद शादी रोक दी।
दूल्हे ने कहा कि बाराती नाश्ता कर लें और खाना खा लें। इसके बाद बारात लेकर वह वापस लौट जाएगा। शादी अब लड़की के बालिग होने के बाद करेगा। एहतियातन मौके पर मझोला पुलिस की टीम तैनात कर दी गई। देर रात के बिना दुल्हन के ही बारात वापस लौट गई है। एसएचओ मझोला रुपेंद्र गौड ने बताया कि इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं करवाई गई है।
दुष्कर्म का आरोपी देता था धमकी इसलिए तय की शादी
लड़की के पिता ने बताया कि उनकी बेटी नाबालिग है। दो साल पहले एक लड़के ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। आरोपी और उसका सहयोगी दोस्त जेल चले गए थे लेकिन दो-तीन महीना पहले दोनों आरोपी जेल से छूट गए हैं। लड़की के पिता ने बताया कि आरोपी लगातार उन्हें धमका रहे हैं और बेटी को उठा ले जाने व जान से मार देने की धमकी देते हैं। ऐसे में पूरा परिवार दहशत में है। लड़की के पिता ने बताया कि उनकी दो और बड़ी बेटियां हैं लेकिन धमकियों की वजह से ही उन्होंने बड़ी बेटियों से पहले छोटी की शादी करने का फैसला किया।
सिपाही से शादी तय की ताकि उनकी बेटी सुरक्षित रहे और आरोपी उसे परेशान न कर सकें। सिपाही को भी लड़की के साथ पूर्व में जो हुआ, इसके संबंध में पूरी जानकारी दी गई थी। उसने यह रिश्ता स्वीकार कर लिया था। टीम ने कहा कि जो भी व्यक्ति धमकी देता हो, उसके खिलाफ थाने में शिकायत करें। आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी लेकिन नाबालिग बेटी की शादी न करवाएं। बात दें कि इससे पहले यह टीम गढ़ी और बिलारी थानाक्षेत्र में भी दो नाबालिग लड़कियों की शादी रुकवा चुकी है। यह तीसरी शादी है, जिसे रुकवाया गया है।
आरोपी ने ही रुकवा दी शादी
जिस लड़की की शादी सिपाही से तय हुई थी। उससे दुष्कर्म करने का आरोपी इन दिनों जमानत पर जेल से बाहर है। सूत्रों के अनुसार आरोपी को जब इस शादी की खबर लगी तो उसने ही यह यह शादी रुकवाने का प्लान बना डाला।