भुवनेश्वर, लिंगराज मंदिर के चारों तरफ अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत गुरुवार सुबह बुलडोजर के साथ पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों को लोगों के भारी विरोध के चलते वापस लौट जाना पड़ा है। वहीं अतिक्रमण हटाने का प्रतिवाद करते हुए स्थानीय लोग धरना पर बैठ गए हैं। हालांकि प्रशासनिक अधिकारियों ने अतिक्रमण हटाने का विरोध कर रहे लोगों को विरोध प्रदर्शन खत्म करने के लिए शाम तक का समय देते हुए मंदिर के पिछले हिस्से से अतिक्रमण हटाने का कार्य जारी रखा हुआ है। पीछे हिस्से में मौजूद कुछ दुकानों को हटा दिया है। मौके पर बीएमसी एवं बीडीए के अधिकारी मौजूद हैं।
यहां उल्लेखनीय है कि व्यवसायी प्रतिनिधि दल एवं बीएमसी अधिकारियों के बीच बुधवार को हुई बैठक विफल हो गई थी। इसके बाद बीएमसी कमिश्नर प्रेमचांद चौधुरी ने स्पष्ट रूप से कहा था कि जबरन अतिक्रमण करने वालों को हटाया जाएगा। वहीं व्यवसायी संघ ने कहा था कि अतिक्रमण हटाओ अभियान का हम विरोध करेंगे। इसी के तहत आज बीएमसी अधिकारी बुलडोजर के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे, मगर लोगों के भारी विरोध के बाद उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ा है। बीएमसी अधिकारी इन दुकानों को किस प्रकार से समझाती है और किस प्रकार से अपने मुहिम को आगे बढ़ाती है, इस पर सबकी नजर टिकी हुई है।
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ज्ञात हो कि पहले पुनर्वास करने के बाद व्यवासियों को हटाने की मांग को लेकर मंगलवार को भी लिंगराज थाना के सामने विरोध-प्रदर्शन किया था। इसके बाद बीएमसी की तरफ से अतिक्रमण हटाओ अभियान को स्थगित करते हुए प्रदर्शन में शामिल प्रतिनिधि दल के साथ बैठक करने का निर्णय लिया गया था। बैठक के बाद बीएमसी कमिश्नर ने स्पष्ट कहा था कि अतिक्रमण करने वालों को हटाया जाएगा और जिनका अपना निर्माण इस अभियान में आ रहा है, उनका पुनर्वास होगा।