रायपुर . समता कॉलोनी स्थित गाेयल नर्सिंग होम में शुक्रवार को इंजेक्शन लगाने के बाद मोमिनपारा की एक 25 वर्षीय युवती की मौत हो गई। अचानक युवती की मौत से परिजन नाराज हो गए। उन्होंने एक्सपायरी इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए नर्सिंग होम में तोड़फोड़ शुरू कर दी। अस्पताल में विवाद की खबर सुनते ही इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के पदाधिकारी अस्पताल पहुंच गए। स्थिति देखने के बाद उन्होंने आजाद चौक थाने का घेराव कर दिया। वे परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। दूसरी ओर मुस्लिम समाज के लोग भी पहुंच गए। पुलिस के सामने कुछ देर तक दोनों पक्षों में तनातनी हुई। इसके बाद दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कराने के लिए राजी हो गए।
माेमिनपारा की रोशन बानो का इलाज पिछले 15 साल से गाेयल नर्सिंग होम में चल रहा था। वह दोपहर 3 बजे के आसपास पेनीसिलीन इंजेक्शन लेकर अस्पताल पहुंची। वे हार्ट की मरीज थी। हर 21 दिन में उन्हें यह इंजेक्शन लगाया जाता था। आरोप है कि अस्पताल के कंपाउडर ने एक्सपायरी डेट देखे बिना इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगाने के थोड़ी देर बाद ही युवती की हालत बिगड़ने लगी। कंपाउंडर ने इसकी जानकारी डॉक्टर को दी। डाक्टर हड़बड़ाकर आए। उस समय तक युवती की स्थिति बिगड़ चुकी थी। डाक्टरों ने आनन-फानन में उसे निगरानी में लिया। युवती की जान बचाने के लिए डॉक्टरों ने कई दूसरे इंजेक्शन लगाए, इसके बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। उसकी मौत की खबर के बाद परिजनाें का गुस्सा फट पड़ा।
डॉक्टरों के अनुसार पेनीसिलीन इंजेक्शन उन्हें लगाया जाता है, जिन्हें हार्ट के वॉल्व की बीमारी हो। गले में इंफेक्शन रोकने के लिए यह इंजेक्शन लगाया जाता है। दरअसल गले में इंफेक्शन के बाद वॉल्व में सूजन आने लगती है। डॉक्टरों के अनुसार पेनिसिलिन के कई साइड इफेक्ट होते हैं। शुक्रवार को भी इंजेक्शन से रिएक्शन हो गया। रात पौने आठ बजे के आसपास आईएमए की सूचना पर डॉक्टर थाने पहुंच गए और परिजनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। मुस्लिम समुदाय के लोग भी डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे थे। समाज की ओर से डॉ. सलीम व गोयल अस्पताल के संचालक डॉ. सतीश गोयल व आईएमए के पदाधिकारियों के बीच बात हुई। बाद में वे एक-दूसरे के खिलाफ कार्रवाई करने से पीछे हट गए।