देश में मोबाइल सेवा प्रदाता भारती एयरटेल, वोडा आइडिया और रिलायंस जियो ने ने प्रीपैड ग्राहकों के लिए तीन साल बाद टैरिफ में इजाफा किया है। बाजार विश्लेषकों का मानना है कि जल्द ही कंपनियां पोस्ट पेड प्लान की कीमते भी बढ़ा सकती हैं। ऐसा होता है तो पिछले पांच साल में यह पहला मौका होगा जब दूरसंचार कंपनियां पोस्ट पेड प्लान की कीमतों में इजाफा करेंगी।
वोडा आइडिया और भारती एयरटेल की प्रीपेड दरें मंगलवार से महंगी हो गई हैं जबकि जियो का टैरिफ छह दिसंबर से बढ़ जाएगा। एमकी ग्लोबल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले दिनों में एयरटेल-वोडा आइडिया पोस्ट पेड दरों में भी इजाफा कर सकती हैं। एक्सिस कैपिटल की अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरटेल-वाडो आइडिया ने प्रीपेड प्लान में 349 रुपये से नीचे के प्लान में 25 फीसदी तक इजाफा किया है जिसमें 60 फीसदी ग्राहक आते हैं। इसमें कहा गया है कि इससे इन कंपनियों की आर्थिक हालत सुधरेगी।
बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच का मानना है कि प्रीपेड के मामले में रिलायंस जियो के नए ऑल इन वन प्लान दरें बढ़ाने के बावजूद दोनों अन्य कंपनियों की तुलना में 15 से 20 प्रतिशत तक सस्ते रह सकते हैं। उधर वैश्विक ब्रोकरेज फर्म क्रेडिट सुइस का भी मानना है कि जियो के आल इन वन टैरिफ प्लान एयरटेल और वोडा आइडिया के नए प्लान की तुलना में 20 प्रतिशत तक सस्ते बने रह सकते हैं। रिलायंस जियो ने टैरिफ में बढ़ोतरी का एलान करते समय भी कहा था कि वह अपने ग्राहकों को 300 प्रतिशत अधिक लाभ देगा। मेरिल लिंच का मानना है कि यह लाभ डेटा के रुप में दिया जा सकता है।
इस बीच दूरसंचार कंपनियों के संगठन ने नियामक ट्राई से अपील की है कि डेटा दरों की न्यूनतम दरें तय होनी चाहिए। इसमें कहा गया है कि किसी कंपनी को अपनी ओर से दरों तय सीमा से घटाने की अनुमति नहीं होनी चाहिए।
सिर्फ तीन दिन में मोबाइल पोर्टेबिलिटी
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) 16 दिसंबर से बेहद आसान हो जाएगा। दूरसंचार नियामक ट्राई के निर्देशानुसार आवेदन के तीन दिन के भीतर एमएनपी की सुविधा देना कंपनियों के लिए अनिवार्य हो जाएगा। ट्राई का कहना है कि सर्किल से बाहर का नंबर होने की स्थिति में पांच दिन में इसे करना होगा। वर्तमान समय में एमएनपी में 15 दिन का समय लग जाता है। आंकड़ों के अनुसार इस साल सितंबर में 53.9 लाख एमएनपी के लिए आवेदन आए थे।