भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने बेंगलुरु स्थित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) कंपनी Sarvam AI के साथ मिलकर AI-संचालित वॉयस-आधारित आधार सेवाएं शुरू करने का ऐलान किया है। यह पहल 18 मार्च से शुरू होगी, जिसका उद्देश्य आधार सेवाओं को अधिक उपयोगकर्ता-अनुकूल, सुरक्षित और पारदर्शी बनाना है।
आधार सेवाओं में वॉयस-आधारित इंटरैक्शन का नया दौर
इस सहयोग के तहत, UIDAI Sarvam AI के एडवांस वॉयस AI सॉल्यूशन को लागू करेगा, जिससे आधार उपयोगकर्ताओं को रियल-टाइम फीडबैक देने की सुविधा मिलेगी।
- आधार पंजीकरण और अपडेट के दौरान लोग तुरंत अपनी प्रतिक्रिया दे सकेंगे।
- सेवा केंद्रों पर ओवरचार्जिंग (अधिक शुल्क) जैसी समस्याओं को पहचानकर, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।
रियल-टाइम फ्रॉड डिटेक्शन से सुरक्षा मजबूत
इस साझेदारी का एक अहम हिस्सा धोखाधड़ी की तत्काल पहचान है।
AI सिस्टम आधार प्रमाणीकरण अनुरोधों पर नजर रखेगा और संदिग्ध गतिविधि होने पर आधार धारकों को तुरंत अलर्ट भेजेगा। इससे उपयोगकर्ताओं को धोखाधड़ी वाले लेनदेन से बचाया जा सकेगा।
10 क्षेत्रीय भाषाओं में सुविधा उपलब्ध
भारत की भाषाई विविधता को ध्यान में रखते हुए, यह AI सॉल्यूशन 10 क्षेत्रीय भाषाओं में काम करेगा, जिनमें हिंदी, तमिल, कन्नड़, और मराठी शामिल हैं।
UIDAI और Sarvam AI आगे और भी भाषाओं को जोड़ने की योजना बना रहे हैं, ताकि देशभर के नागरिकों को यह सुविधा मिल सके।
डेटा सुरक्षा और गोपनीयता की पुख्ता व्यवस्था
UIDAI ने डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए AI सिस्टम को एयर-गैप्ड इंफ्रास्ट्रक्चर (सुरक्षित नेटवर्क) पर ऑन-प्रिमाइसेस (स्थानीय सर्वर) होस्ट किया है।
इससे यूज़र डेटा कहीं बाहर नहीं जाएगा और पूरी तरह सुरक्षित रहेगा, जिससे डेटा प्राइवेसी मजबूत होगी।
UIDAI और Sarvam AI के नेताओं की प्रतिक्रिया
UIDAI के सीईओ भुवनेश कुमार ने कहा:
“यह पहल UIDAI की टेक्नोलॉजी-ड्रिवन यात्रा में एक नया अध्याय है। हमारा लक्ष्य लगातार नवाचारों के जरिए सार्वजनिक सेवाओं को बेहतर बनाना है।”
वहीं, Sarvam AI के सह-संस्थापक विवेक राघवन ने कहा:
“AI के माध्यम से जनता के हित में काम करना गर्व की बात है। यह साझेदारी भारत की AI-संचालित महत्वाकांक्षाओं को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
साझेदारी की समयावधि और भविष्य की योजनाएं
UIDAI और Sarvam AI की यह साझेदारी एक साल के लिए तय की गई है, जिसे आगे बढ़ाने का विकल्प खुला रहेगा।
यह पहल UIDAI की बड़ी रणनीति का हिस्सा है, जिसका मकसद आधार सेवाओं में अत्याधुनिक तकनीक को शामिल कर सुविधा, सुरक्षा और दक्षता को बढ़ाना है।
AI-संचालित वॉयस सेवाएं और रियल-टाइम फ्रॉड डिटेक्शन के साथ, UIDAI ने आधार सेवाओं को भविष्य के लिए और अधिक सुरक्षित और उपयोगकर्ता-केंद्रित बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।