भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने हरियाणा के खरखौदा में अपने नए संयंत्र के पहले चरण की शुरुआत कर दी है। सोनीपत जिले में स्थित इस नई उत्पादन इकाई की प्रारंभिक उत्पादन क्षमता 2.5 लाख यूनिट प्रति वर्ष है। यह संयंत्र कंपनी के भारत में चौथे निर्माण स्थल के रूप में स्थापित किया गया है, जिसमें हाल ही में अधिग्रहित सुजुकी मोटर गुजरात प्लांट भी शामिल है। इस नए संयंत्र के जुड़ने के बाद, कंपनी की कुल वार्षिक उत्पादन क्षमता 2.35 मिलियन यूनिट से और अधिक बढ़ जाएगी।
कंपनी की अब तक की सबसे बड़ी उत्पादन इकाई
खरखौदा संयंत्र भारत में मारुति सुजुकी की सबसे बड़ी उत्पादन इकाई होगी। कंपनी की योजना इस संयंत्र के माध्यम से 2030 तक अपनी वार्षिक उत्पादन क्षमता को 40 लाख यूनिट तक बढ़ाने की है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कंपनी को लगभग ₹45,000 करोड़ का निवेश करना होगा। यह कदम कंपनी की बाजार हिस्सेदारी को फिर से 50% तक पहुंचाने की रणनीति का हिस्सा है। वर्तमान में, मारुति सुजुकी की बाजार हिस्सेदारी 41% तक घट गई है।
मारुति सुजुकी के अन्य प्रमुख उत्पादन संयंत्र
1. सुजुकी मोटर गुजरात प्लांट (हंसलपुर, गुजरात)
स्थापना: 2017
मालिकाना हक: सुजुकी मोटर गुजरात (जापानी कंपनी की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी)
वार्षिक उत्पादन क्षमता: 7.5 लाख यूनिट
प्रमुख मॉडल: बलेनो, स्विफ्ट, डिज़ायर
विशेषता: यह संयंत्र मुख्य रूप से निर्यात केंद्र के रूप में कार्य करता है।
2. मानेसर प्लांट (हरियाणा)
स्थापना: 2007
वार्षिक उत्पादन क्षमता: 8.8 लाख यूनिट
प्रमुख मॉडल: स्विफ्ट, डिज़ायर, बलेनो, सियाज़
विशेषता: इस प्लांट को गुरुग्राम संयंत्र का समर्थन करने के लिए स्थापित किया गया था।
3. गुरुग्राम प्लांट (हरियाणा)
स्थापना: 1983
वार्षिक उत्पादन क्षमता: 7 लाख यूनिट
प्रमुख मॉडल: ऑल्टो, वैगनआर, एस-प्रेसो, अर्टिगा
विशेषता: यह भारत में मारुति सुजुकी का पहला और सबसे पुराना उत्पादन संयंत्र है, जिसमें तीन असेंबली लाइनें मौजूद हैं।
मारुति सुजुकी के इन सभी संयंत्रों के साथ खरखौदा प्लांट जुड़ने से कंपनी की उत्पादन क्षमता में बड़ी वृद्धि होगी और भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में उसकी स्थिति और मजबूत होगी।