गुरुग्राम विश्वविद्यालय (GU) में पहले से लागू ई-लाइब्रेरी मॉडल की सफलता को देखते हुए हरियाणा सरकार अब गुरुग्राम के सरकारी कॉलेजों में भी ई-लाइब्रेरी शुरू करने जा रही है। इस पहल का उद्देश्य डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देना है।
कॉलेजों में पुस्तकालयों की स्थिति
फिलहाल, गुरुग्राम के केवल तीन सरकारी कॉलेजों—सेक्टर 9 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 14 स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज और द्रोणाचार्य कॉलेज—में पारंपरिक पुस्तकालय मौजूद हैं, जिनमें प्रत्येक में लगभग 3,000 से 4,000 किताबें उपलब्ध हैं। हालांकि, इनमें ई-लाइब्रेरी की सुविधा नहीं है। वहीं, शहर के सात अन्य सरकारी कॉलेजों में मूलभूत पुस्तकालय सुविधाएं भी नहीं हैं।
ई-लाइब्रेरी से छात्रों को कैसे मिलेगा लाभ?
ई-लाइब्रेरी के माध्यम से छात्र अपने फोन या लैपटॉप का उपयोग करके हजारों डिजिटल पुस्तकें, शोध पत्र, जर्नल और व्याख्यान कहीं से भी एक्सेस कर सकेंगे। छात्रों को व्यक्तिगत लॉगिन आईडी दी जाएगी, जिससे वे मुफ्त में अध्ययन सामग्री ब्राउज़ और डाउनलोड कर सकेंगे।
गुरुग्राम विश्वविद्यालय (GU) में पहले से उपलब्ध ई-लाइब्रेरी मॉडल के तहत छात्रों को 17,000 ई-बुक्स, 8,800 ई-जर्नल, 1,30,000 ई-लेक्चर, 7,48,000 शोध-प्रबंध, 2,200 रिपोर्ट और 2,600 विशेषज्ञ वार्ताएं उपलब्ध कराई गई हैं।
शिक्षकों और छात्रों की प्रतिक्रिया
सेक्टर 9 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज के नोडल अधिकारी संजय कटयाल ने कहा कि यह पहल छात्रों को पुस्तक की कमी से होने वाली परेशानियों से बचाएगी। उन्होंने कहा, “ई-लाइब्रेरी से कई छात्र एक ही संसाधन का एक साथ उपयोग कर सकेंगे, जिससे भौतिक पुस्तकों की सीमाएं समाप्त हो जाएंगी। अब छात्र किसी भी समय, कहीं भी अध्ययन कर सकते हैं।”
सेक्टर 14 स्थित गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज के एक वरिष्ठ प्रोफेसर ने कहा कि इस पहल से आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को विशेष रूप से लाभ मिलेगा। “कई छात्र महंगी किताबें खरीदने में सक्षम नहीं होते। ई-लाइब्रेरी से उन्हें मुफ्त में हजारों किताबें, जर्नल और शोध सामग्री उपलब्ध होगी, जिससे उनकी परीक्षा की तैयारी और ज्ञानवर्धन में मदद मिलेगी।”
द्रोणाचार्य कॉलेज की तृतीय वर्ष की छात्रा मेहक शर्मा ने कहा, “कई बार हमें पुस्तकालय में किताबें नहीं मिलतीं या हफ्तों तक इंतजार करना पड़ता है। अब ई-लाइब्रेरी से मैं कभी भी किताबें डाउनलोड करके आसानी से अध्ययन कर सकूंगी।”
सेक्टर 9 स्थित गवर्नमेंट कॉलेज के छात्र राकेश वर्मा ने कहा कि इस पहल से छात्रों पर आर्थिक दबाव कम होगा। “कुछ किताबों की कीमत हजारों रुपये होती है, जो कई छात्र वहन नहीं कर सकते। अब हमें बेहतरीन अध्ययन सामग्री मुफ्त में मिलेगी।”
शिक्षा अधिकारियों का क्या कहना है?
जिला प्राथमिक शिक्षा अधिकारी मुनी राम ने कहा कि ई-लाइब्रेरी छात्रों को नवीनतम शैक्षणिक विकास से अपडेट रखेगी। “ई-लाइब्रेरी केवल किताबें उपलब्ध कराने तक सीमित नहीं होगी, बल्कि यह छात्रों को नई रिसर्च, वैश्विक अध्ययन और नवीनतम तकनीक से भी जोड़ेगी। यह हरियाणा में उच्च शिक्षा को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।”
हरियाणा सरकार की यह पहल डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने और छात्रों को उन्नत अध्ययन सुविधाएं उपलब्ध कराने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।