नई दिल्ली। नरेला औद्योगिक क्षेत्र में शनिवार देर रात जूते चप्पल बनाने वाली फैक्टरी में लगी आग में मरने वालों की संख्या दो हो गई है। आग बुझाने के बाद दमकल कर्मियों ने यहां कार्यरत गार्ड की लाश को रविवार को बरामद कर लिया था। इस हादसे के बाद से लापता मजदूरों के ठेकेदार का कंकाल बृहस्पतिवार को भूतल पर तलाशी के दौरान मिला। उसकी शिनाख्त हाथ में पहने कड़े से हुई। पुलिस ने उसके शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है।
जिला पुलिस उपायुक्त गौरव शर्मा ने बताया कि शनिवार रात करीब पौने एक बजे डीएसआईडीसी स्थित जूते चप्पल बनाने की फैक्टरी में आग लगी थी। आग की भयावहता को देखते हुए दमकल की 21 गाड़ियों बुलाया गया था। फैक्टरी अंदर से बंद थी। दमकल कर्मी दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे थे। अइसी दौरान फैक्टरी का मालिक प्रशांत विहार निवासी प्रवीण कुमार भी मौके पर पहुंच गया था।
फैक्टरी मालिक ने बताया कि शनिवार होने की वजह से फैक्टरी बंद थी। फैक्टरी में सुरक्षा गार्ड बिहार निवासी मंगल मंडल (32) और मजदूरों का ठेकेदार नरेला निवासी हरदेव (45) रहता था। करीब साढ़े दस घंटे की मशक्कत के बाद दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया। कुलिंग करने के बाद गार्ड व ठेकेदार की तलाश की गई। छत पर जाने वाले रास्ते के गेट पर मंगल मंडल का शव मिल गया। वह बुरी तरह से झुलस गया था लेकिन हरदेव का कोई अता-पता नहीं चला।
उसके बाद से लगातार राहत बचाव करने वाली टीम फैक्टरी में हरदेव की तलाश कर रही थी। बृहस्पतिवार को भूतल से सामान हटानेे के बाद वहां एक शख्स का कंकाल मिला। उसके हाथ में एक कड़ा मिला। इससे हरदेव की पहचान हुई। हरदेव कड़ा पहनता था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर उसके परिवार वालों को इसकी सूचना दे दी गई है। पुलिस लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच में जुटी है।