हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में पहली बार बनी महिला ड्रोन पायलट

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि अभियांत्रिक एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के फार्म मशीनरी एवं पावर इंजीनियरिंग विभाग की छात्रा निशा सोलंकी हरियाणा की पहली प्रमाणित ड्रोन पायलट बन गई हैं।कुलपति ने कहा कि ड्रोन का कृषि में बहुत महत्व है। उन्होंने बताया कि फसलों पर पोषक तत्वों, कीटनाशकों व अन्य रसायनों के साथ बीजों के छिड़काव के लिए ड्रोन का उपयोग किया जा सकता है। इससे श्रम, समय और धन की बचत की जा सकती है और किसानों को भी विभिन्न घातक कृषि रसायनों से होने वाले स्वास्थ्य खतरों से बचाया जा सकता है क्योंकि इसके इस्तेमाल से रसायनों और कीटनाशकों का मनुष्य से सीधा संपर्क नहीं  होता।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *