दिल्ली में सीएम अरविंद केजरीवाल डेंगू के खिलाफ कई महीनों से अभियान छेड़े हुए थे. रविवार को जब यह अभियान समाप्त हुआ और सीएम ने दावा किया कि डेंगू से दिल्ली में कोई मौत नहीं हुई, उससे एक दिन पहले ही 17 साल की लड़की डेंगू का शिकार होकर मौत के मुंह में जा चुकी थी.
एनडीएमसी यानी नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के इलाके में और एम्स हॉस्पिटल के ठीक सामने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बने एनबीसीसी फ्लैट्स में रहने वाली 17 साल की लड़की की बीते कई दिनों से डेंगू के उपचार के दौरान शनिवार को मौत हो गई. पीड़िता कई दिनों से निजी हॉस्पिटल में भर्ती थी.
हालांकि परिजन अभी इस पूरे मामले पर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं लेकिन एनबीसीसी फ्लैट सोसाइटी के अध्यक्ष निरंजन सिंह के अनुसार अब तक इस सोसाइटी में 50 से ज्यादा डेंगू के मामले सामने आ चुके हैं. निरंजन कहते हैं कि डेंगू से पहली मौत भी है इसी सोसाइटी में हुई है.
हालांकि इसके पीछे वह एनबीसीसी को जिम्मेदार ठहराते हैं, जहां पर बगैर तैयार और निर्माणाधीन चल रहे फ्लैटों के बीच में कई परिवारों को शिफ्ट किया गया है. बीते दिनों एनबीसीसी फ्लैट में रह रहे सैकड़ों कर्मचारियों ने अधूरे प्रोजेक्ट्स को लेकर प्रदर्शन भी किया था.
इसी बीच रविवार को दिल्ली सरकार के डेंगू के खिलाफ महाअभियान की समाप्ति भी हो गई है जिसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वालों का शुक्रिया अदा किया और दिल्ली में डेंगू से एक भी मौत ना होने का दावा किया था.