यमुनानगर : मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर फसलों का आंकड़ा किसानों को गुमराह कर रहा है। पोर्टल पर धान का रकबा अंकित करवाया, लेकिन दिखा रहा है अरबी का। इतना ही नहीं जिन्होंने चार एकड़ धान का रिकार्ड में दर्ज करवाया, उनका चार कनाल बताया जा रहा है। जिस कारण किसानों को मंडी में धान बेचने में दिक्कत आ रही है। कटाई के बाद फसल घर पर है। लेकिन वह बेच नहीं पा रहे हैं। वहीं कृषि विभाग के डीडीए सुरेंद्र यादव का कहना है कि किसानों की दिक्कत आ रही है। हमारा प्रयास है कि जल्द से इनको ठीक करवाया जाए। लगाई धान बना दी अरबी :
कनालसी के किसान गुलाब सिंह बताते है कि उनके पास चार एकड़ धान की फसल है, लेकिन पोर्टल पर धान के बजाय अरबी चढ़ा दी गई। मंडी में वह धान लेकर नहीं जा पा रहे हैं। इसको ठीक करवाने के लिए अधिकारियों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। मंडी के अधिकारी कृषि विभाग भेज देते हैं। यहां पर आश्वासन मिल रहा है। उन्होंने कॉमन सर्विस सेंटर से पोर्टल पर ब्यौरा दर्ज करवाया था। तीन एकड़ का बना दिया तीन कनाल
मुकंदपुर के किसान मोहन भी धान बचने के लिए भटक रहे हैं। उनके पास तीन एकड़ धान फसल थी, लेकिन धान नहीं बिक रहा है। कमालपुर टापू के किसान राहुल का कहना है कि उनके पास 36 कनाल धान की फसल थी। 90 क्विटल के बाद खरीद के लिए मना कर दिया गया। अब वह परेशान हैं कि इस फसल को लेकर कहां जाए। गांव नवांशहर के रतिराम का कहना है कि उनके पास 37 कनाल 18 मरले का रजिस्ट्रेशन कराया था। मंडी में गए, तो पता लगा कि यहां से रिकॉर्ड गायब है। अब उनका धान नहीं बिक रहा है। इस खामी को दूर किया जाए।