कोरोना वायरस महामारी से जुझते हुए हमें 10 महीने हो चुके हैं और अब भी ये ख़तरनाक बीमारी लोगों को अपना शिकार बना रही है और कई लोगों की जान ले चुकी है। शुरुआत में सांस से जुड़े लक्षणों की वजह से इसे निमोनिया की तरह की बीमारी माना जा रहा था, हालांकि अब ये साफ हो चुका है कि कोविड-19 शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है।
कोरोना कुछ मरीज़ों के तंत्रिका तंत्र पर हमला कर सकता है
कोरोना वायरस आमतौर पर खांसी, बुख़ार और कमज़ोरी के साथ शुरू होती है, लेकिन हर मामले में नहीं। कई लोग कोरोना के अलग तरह के लक्षणों को महसूस करते हैं, जैसे भयानक सिर दर्द या सूंघने और स्वाद की शक्ति का चला जाना। ये संकेत इस तथ्य की ओर इशारा करते हैं कि COVID-19 सिर्फ सांस से संबंधी बीमारी नहीं है, जैसा कि इसे शुरुआत में समझा गया था। कुछ मरीज़ों में कोविड-19 पूरी तंत्रिका तंत्र यानी नर्वस सिस्टम पर हमला करता है।
कोविड-19 के चार न्यूरोलॉजिकल लक्षण
एनराल्स ऑफ़ न्यूरोलॉजी में हाल ही में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, ऐसे रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जो सूखी खांसी, गले में ख़राश या बुखार जैसे कोरोना वायरस के आम लक्षणों की जगह सिर दर्द, चक्कर आना, स्ट्रोक और सतर्कता में कमी जैसे न्यूरोलॉजिकल लक्षण का अनुभव कर रहे हैं। अध्ययन के शोधकर्ताओं के अनुसार, रोगियों ने गंध और स्वाद की शक्ति खोना, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और दौरे सहित अन्य न्यूरोलॉजिकल संकेतों का उल्लेख किया।
SARS-CoV-2 संक्रमण न्यूरोलॉजिकल लक्षणों के साथ शुरू हो सकता है
अध्ययन का संचालन करने के लिए, कोविड-19 के शुरुआती आम लक्षणों से पहले अभर रहे न्यूरोलॉजिकल संकेतों को समझने के लिए शोधकर्ताओं ने कोरोना वायरस के 19 मरीज़ों का विश्लेषण किया। शोध के प्रमुख ऑथर, इगोर कोरालनिक, का मानना है कि चिकित्सकों के साथ आम जनता को भी इसके बारे में पता होना ज़रूरी है, कि कोरोना वायरस संक्रमण बुखार, खांसी या सांस की समस्या जैसे आम लक्षणों के अलावा न्यूरोलॉजिकल लक्षणों के साथ भी शुरू हो सकता है।