केस-एक : एक साल से कर रहा था दुकान में चोरी, सीसीटीवी कैमरे से पकड़ में आया
न्यू दीवान नगर के सुरेंद्र कुमार का पुरेवाल कालोनी में किराना स्टोर है। यहां पर उसने दो साल से हरिद्वार के शिवम को नौकर रखा हुआ था। शिवम एक साल से स्टोर में चोरी कर रहा था। सुरेंद्र ने शिवम की बिना जानकारी से सीसीटीवी कैमरे लगवा दिए। एक सितंबर की रात को शिवम ने चोरी की तो सीसीटीवी कैमरे में वारदात रिकार्ड हो गई। इसी से शिवम की करतूत का पता चला। थाना माडल टाउन पुलिस की जांच में सामने आया कि शिवम चोरी का सामान अन्य दुकानों व एक महिला को बेच देता था। केस-दो : तीन दिन पहले रखा नौकर, चोरी कर भाग गया आरके पुरम कालोनी के अकबर ने तीन दिन पहले नौकर रखा। 28 सितंबर की रात को नौकर ने परिवार को नशीला पदार्थ सुंघाया और मकान से एक्टिवा, नौ हजार रुपये व अन्य सामान चुराकर भाग गया। सीसीटीवी कैमरे की जांच की तो नौकर चोरी का सामान ले जाते दिखाई दिया। नौकर का पुलिस ने सत्यापन नहीं कराया था। इसी वजह से आठ मरला चौकी पुलिस आरोपित नौकर को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। केस-तीन: आढ़ती से मांगी दो करोड़ रुपये की रंगदारी, साथी सहित काबू बाबरपुर के आढ़ती श्रीचंद की जमीन बंटाई पर लेकर कचरौली के खुशीराम खेती करते हैं। श्रीचंद के गोदाम व खेत में खुशीराम का पोता आकाश काम करता था। दो महीने पहले आकाश ने खेत के पड़ोसी विकास के साथ मिलकर श्रीचंद के पोते के अपहरण की साजिश रची। हथियार व गाड़ी का प्रबंध न होने के कारण वे वारदात को अंजाम नहीं दे पाए। इसके बाद आकाश ने विकास से तीन चिट्ठी लिखवा कर श्रीचंद तक पहुंचाई और दो करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। पुलिस ने दोनों आरोपितों को काबू किया।
कई नौकर चोरी व अन्य आपराधिक वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। मालिकों ने नौकरों व किरायेदारों का पुलिस से सत्यापन कराना चाहिए। थाना व चौकी प्रभारियों के निर्देश दिए गए हैं कि वे नौकरों का सत्यापन करें। ताकि वारदात होने के बाद नौकरों को पकड़ा जा सके।