निर्भया सामूहिक दुष्कर्म मामले में दोषियों की ओर से जवाब दाखिल करने का समय मंगलवार रात 12 बजे समाप्त हो गया। अब उनकी ओर से दिए जवाब पर जेल प्रशासन अपनी कार्रवाई करेगा। इनसे पहले तीन कैदियों ने अपना जवाब दाखिल कर दिया है।
अधिकारियों का कहना है कि उनके जवाब मिलने के बाद बुधवार को आगे की कार्रवाई की जाएगी। जेल प्रशासन की ओर से दोषियों को फांसी के खिलाफ राष्ट्रपति को दया याचिका देने के मुद्दे पर नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए उन्हें सात दिन का समय दिया गया था।
मामले में तीन दोषियों में से तीन विनय शर्मा, अक्षय कुमार सिंह और पवन कुमार गुप्ता की ओर से दिए जवाब को सोमवार को संबंधित जेलों के अधीक्षक के समक्ष दाखिल किया गया।
इसमें दोषियों ने कहा कि जिस दौरान उन्हें नोटिस दिया गया था उस समय सुप्रीम कोर्ट में दिवाली की छुट्टी थी। उनके पास अभी भी याचिका को लेकर कई तरह के विकल्प मौजूद हैं। ऐसे में उन लोगों ने जेल प्रशासन से नोटिस वापस लेने की मांग की है।
मंडोली जेल संख्या 14 में बंद पवन कुमार गुप्ता की ओर से कहा गया है कि अभी सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका विचाराधीन है। इसके अलावा पवन की उम्र को लेकर हाईकोर्ट में मामला लंबित है। तिहाड़ जेल संख्या चार में बंद विनय शर्मा ने कहा कि उसके पास क्यूरेटिव याचिका का विकल्प मौजूद है। इसलिए नोटिस वापस लिया जाए।
वहीं जेल संख्या दो में बंद अक्षय ठाकुर ने अपने जवाब में कहा है कि उसके पास अभी पुनर्विचार याचिका का विकल्प मौजूद है। वहीं दोषी मुकेश सिंह की ओर से नोटिस का जवाब दिया गया है इसके बारे में जानकारी नहीं मिली है।
तिहाड़ जेल के अतिरिक्त महानिरीक्षक राजकुमार ने बताया कि सभी दोषियों को मंगलवार 12 बजे रात तक जवाब दाखिल करने का समय दिया गया था। उनके द्वारा दाखिल जवाब का अध्ययन करने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।