हरियाणा के सभी मेडिकल कॉलेजों में अब प्लाज्मा थैरपी से इलाज हो सकेगा। इसको लेकर आईसीएमआर ने मंजूरी दे दी है। इस संदर्भ में हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्री ने सोमवार को ट्वीट करके जानकारी दी। बता दें कि गंभीर मरीजों का इलाज इस थैरपी से किया जा रहा है, जिसका लाभ भी मिल रहा है। इससे पहले हरियाणा के कुछ जिलों में प्लाज्मा थैरपी से इलाज हो रहा था।
ये होती है प्लाज्मा थैरपी
कोरोना वायरस से ठीक हो चुके मरीज के खून से प्लाज्मा निकाला जाता है। उस प्लाज्मा को संक्रमित मरीज को चढ़ाया जाता है। इस थैरपी के कोरोना वायरस के केस में अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। ऐसा माना जाता है कि जिस ठीक मरीज के शरीर से प्लाज्मा निकाला जाता है। उसके शरीर ने कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडी बनाने शुरू कर दिए थे, जब उसके प्लाज्मा को संक्रमित मरीज के शरीर में चढ़ाया जाता है तो उससे उसे भी कोरोना से लड़ने में सहायता मिलती है।
हरियाणा के गुड़गांव और फरीदाबाद में रैपिड एंटीजन टेस्ट से हो रही जांच
हरियाणा के गुड़गांव और फरीदाबाद में बढ़ते मामलों के कारण रैपिड एंटीजन टेस्ट से जांच जो रही है। इस तकनीक से रिजल्ट 15 से 30 मिनट के अंदर आ जाता है। इस तकनीक से पहले गुड़गांव में टेस्टिंग शुरू की गई थी अब सोमवार को फरीदाबाद में शुरू की गई है।