भारतीय महिला हॉकी टीम ने ओलिंपिक क्वालिफायर के पहले लेग में अमेरिका को 5-1 से हराया। टीम ने 20 साल बाद अमेरिका को इसी अंतर से हराया। इसके पहले 1999 में अमेरिका में इन्विटेशनल टूर्नामेंट में भी भारत ने अमेरिका को 5-1 से मात दी थी। गुरजीत कौर ने मैच में दो गोल किए। कप्तान रानी रामपाल प्लेयर ऑफ द मैच बनीं। भारत ने ओवरऑल 5वीं बार अमेरिका को हराया। अब तक दोनों के बीच 30 मैच खेले गए हैं।
भारत ने पहली बार किसी बड़े टूर्नामेंट में अमेरिका को मात दी। इससे पहले चारों जीत इन्विटेशनल टूर्नामेंट या टेस्ट मैचों में मिली थीं। भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में हुए मैच के पहले क्वार्टर में दोनों ही टीमें गोल नहीं कर सकीं। 27 मिनट तक स्कोर 0-0 से बराबर था। 28वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर पर लिलिमा मिंज ने गोल टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई।
भारत को मैच में सात पेनल्टी कॉर्नर मिले, 3 को गोल में बदला
40वें मिनट में कॉर्नर पर शर्मिला देवी ने गोल किया। 42वें मिनट में एक बार फिर कॉर्नर मिला और गुरजीत कौर ने गोल किया। 46वें मिनट में नवनीत कौर ने फील्ड गोल किया। 51वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर गुरजीत कौर ने अपना दूसरा गोल कर टीम को 5-0 की बढ़त दिलाई। 54वें मिनट में स्ट्रोक पर एरिन मैटसन ने गोल कर स्कोर 1-5 कर दिया। भारतीय टीम को 7 कॉर्नर मिले। दोनों टीमें शुक्रवार को फिर भिड़ेंगी।
पुरुष टीम 4-2 से जीती, रूस को छठी बार हराया
एक अन्य मुकाबले में भारतीय पुरुष टीम ने रूस को 4-2 से हराया। रूस के खिलाफ भारत की यह लगातार छठी जीत है। 5वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने गोल कर टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई। 17वें मिनट में आंद्रेई कुराएव ने गोल कर स्कोर 1-1 से बराबर कर दिया। 24वें और 53वें मिनट में मनदीप सिंह ने और 48वें मिनट में सुनील ने गोल कर भारतीय टीम को 4-1 की बढ़त दिला दी।
60वें मिनट में कॉर्नर पर रूस के सिमेन ने गोल कर स्कोर 2-4 किया। मनदीप प्लेयर ऑफ द मैच रहे। अब शनिवार को दूसरे लेग में भी भारतीय टीम यह प्रदर्शन बरकरार रखना चाहेगी। दोनों लेग के बाद विजेता टीम को ओलिंपिक का टिकट मिलेगा।