विवादित बयान के मामले में भाजपा के दो स्टार प्रचारक केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर व सांसद प्रवेश वर्मा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दोनों नेताओं पर चुनावी रैली के दौरान भड़काऊ और विवादित बयान देने का आरोप है। चुनाव आयोग ने दोनों नेताओं को 28 जनवरी को नोटिस भेजकर जवाब मांगा था। उन्हें बृहस्पतिवार तक जवाब देने का वक्त दिया गया है।
स्टार प्रचारकों की सूची से हटाए गए अनुराग ठाकुर व प्रवेश वर्मा
इसी के साथ चुनाव आयोग ने बुधवार को उन्हें भाजपा के स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने का आदेश जारी किया। इसके बाद भाजपा ने अनुराग ठाकुर व प्रवेश वर्मा का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटा दिया है। हालांकि, दोनों नेता चुनाव प्रचार कर पाएंगे पर इसका खर्च उम्मीदवारों के खाते में जुड़ेगा। ऐसे में प्रचार में उनकी सक्रियता कम होना तय है।
नोटिस जारी करने के एक दिन बाद चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए उनका नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटाने का आदेश दिया। इस आदेश में कहा गया है कि दोनों नेताओं का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से तत्काल प्रभाव से हटा दिया जाए।
चुनाव आयोग कार्यालय के अनुसार, स्टार प्रचारों की रैली व चुनावी सभा करने पर उसका खर्च पार्टी के खाते में दर्ज होता है। उम्मीदवार के खाते में उसे शामिल नहीं किया जाता है। ऐसे में आयोग के आदेश के बाद दोनों नेता चुनाव प्रचार करते हैं तो उसका खर्च संबंधित उम्मीदवारों के खाते में दर्ज होगा। हर उम्मीदवार को इस विधानसभा चुनाव में अधिकतम 28 लाख खर्च करने का प्रावधान है। हर दिन का खर्च उन्हें रजिस्टर में दर्ज करना होता है।
अनुराग ठाकुर ने 27 जनवरी को रिठाला में रैली की थी। इस रैली का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्हें विवादित नारा लगवाते दिखाया गया है। कांग्रेस ने इसे वोटों के ध्रुवीकरण की कोशिश बताया था। इसके बाद चुनाव आयोग ने उन्हें नोटिस जारी किया था। वहीं सांसद प्रवेश शर्मा शाहीन बाग के मामले पर उत्तेजक बयान देने का आरोप है।
सांसद प्रवेश वर्मा को मिली धमकी भरी कॉल
विवादित बयान देने के बाद पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा को धमकी भरी कॉल मिली है। इसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। सांसद ने कॉल का स्क्रीन शॉट ट्वीट करने के साथ ही शिकायत दर्ज कराई है। दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने भी इस संबंध में शिकायत मिलने की पुष्टि की है। सांसद ने जो फोन कॉल ट्वीट किया है, उसमें यह पता चल रहा है कि उन्हें बुधवार की सुबह 8:11 मिनट पर फोन आया था। ट्रू-कॉलर में यह रवांडा देश का दिखाई दे रहा है। सांसद की शिकायत पर बाराखंभा थाने की पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। प्रवेश वर्मा ने मंगलवार को शाहीन बाग को लेकर विवादित बयान दिया था। साथ ही कहा था कि यदि उनकी सरकार बनी तो एक घंटे में शाहीन बाग को खाली करा दिया जाएगा। इसके बाद बुधवार की सुबह उनके पास फोन आया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है कि उन्हें फोन कहां से आया है। कई बार मोबाइल एप के जरिये भी कहीं से बैठकर फोन मिलाया जा सकता है, जिससे फोन पर नंबर कहीं और का आता है। ऐसे में हो सकता है कि उन्हें दिल्ली में ही किसी स्थान से फोन किया गया हो।