देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी को अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 1,587.4 करोड़ रुपए का कंसोलिडेटेड मुनाफा हुआ। यह 2018 की दिसंबर तिमाही के प्रॉफिट (1,524.5 करोड़ रुपए) के मुकाबले 4.13% अधिक है। रेवेन्यू 5.29% बढ़कर 20,721.8 करोड़ रुपए रहा। 2018 की दिसंबर तिमाही में 19,680.7 करोड़ रुपए था। कंपनी ने मंगलवार को तिमाही नतीजे घोषित किए। बीती छह तिमाही में मारुति का मुनाफा पहली बार बढ़ा है। सितंबर तिमाही में मुनाफे में 39% गिरावट आई थी।
टैक्स, संचालन खर्च घटने से मार्जिन बढ़ा: मारुति
स्टैंडअलोन मुनाफा 5.1% बढ़कर 1,565 करोड़ रुपए और रेवेन्यू 5.3% बढ़कर 20,707 करोड़ रुपए रहा। पिछली तिमाही में कंपनी का टैक्स खर्च 441.6 करोड़ रुपए रहा। 2018 की दिसंबर तिमाही में 571 करोड़ रुपए था। मारुति का एबिट मार्जिन 10.1% रहा। कंपनी का कहना है कि लागत कम करने के प्रयासों, कमोडिटी की कीमतें कम रहने, संचालन खर्च में कमी और कॉर्पोरेट टैक्स घटने से मार्जिन बढ़ा। जबकि, प्रमोशन खर्च और निवेश पर कम रिटर्न मिलने जैसी वजहों से ग्रोथ में रुकावट आई।
घरेलू बाजार में 4,13,698 वाहन बिके
बीती तिमाही में मारुति ने कुल 4 लाख 37 हजार 361 वाहन बेचे। घरेलू बाजार में 4 लाख 13 हजार 698 गाड़ियां बिकीं। कंपनी ने 23 हजार 666 वाहन एक्सपोर्ट किए। यह 2018 की दिसंबर तिमाही की तुलना में 2% ज्यादा है।