मकर सक्रांति के माैके पर शहर में जमकर पतंगबाजी हाेगी। माैसम विभाग के अनुसार सुबह के दाैरान काेहरा और बादल छाएगा। इस दाैरान हवा की दिशा उत्तर से उत्तर से पूर्व की ओर रहेगा। दिनभर में बार-बार हवा अपना रुख और रफ्तार बदलती रहेगी। दाेपहर बाद हवा की दिशा दक्षिणी-पश्चिमी रहेगी और गति भी बढ़ जाएगी।
सुबह के दाैरान हवा की रफ्तार 10 से 18 और दाेपहर बाद 18 से 28 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने के आसार है। दाेपहर बाद माैसम भी साफ हाेने का अनुमान है। सुबह के दाैरान कहीं-कहीं छींटे पड़ सकते हैं, लेकिन इसकी संभावना 10% ही है।
राजधानी जयपुर में साेमवार काे फिर से माैसम ने पलटी मारी। सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और दिनभर तेज हवाएं चली। बीती रात न्यूनतम तापमान 5 डिग्री बढ़कर 11.4 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया जबकि अधिकतम पारा 24.7 डिग्री दर्ज हुआ। प्रदेश में कई इलाकाें में बारिश हाेने से दाेपहर बाद चली हवाएं काफी सर्द रही।
इससे शाम के दाैरान ठंड बढ़ गई। अगले 24 घंटे के दाैरान आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इस दाैरान अधिकतम पारा 23.0 और न्यूनतम 8 डिग्री से आसपास रहने की संभावना है। बुधवार और गुरुवार काे बारिश हाेने का अनुमान है।
सुबह 6 से 8 बजे और शाम 5 से 7 बजे तक पतंगबाजी पर रोक
जिला प्रशासन की आपसे अपील है- सुबह सूर्योदय के बाद और शाम सूर्यास्त से पहले दो-दो घंटे पतंग ना उड़ाएं। ये परिदों की उड़ान का पीक टाइम है। कलेक्टर डाॅ. जोगाराम ने कमिश्नरेट व ग्रामीण पुलिस, शिक्षा विभाग, जेवीवीएनएल के अधिकारियों काे चाइनीज, मेटल, प्लास्टिक, ग्लास पाउडर लगे मांझे को बेचने से रोकने, दुकानों की जांच करने और दबिश देने के आदेश दिए हैं। चाइनीज मांझा मिलने पर दुकानदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
देने का सुख- सबसे बड़ा दान
एसएमएस मेडिकल कॉलेज के स्टेट ऑर्गन एंड टिश्यू ट्रांसप्लांट आर्गेनाइजेशन की ओर से अंगदान को बढ़ावा देने के लिए सोमवार को अंगदान का संदेश लिखी पतंगें बांटी गईं। एसएमएस मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ.सुधीर भंडारी ने यह पतंग उड़ाई। एक हजार पतंगों पर अंगदान का संदेश लिखा गया है। संदेश यह भी कि मकर संक्रांति दान-पुण्य का त्योहार है और किसी जरूरतमंद के लिए अंगदान उसके लिए जीवनदान की तरह है।
पंखों की परवाह- पक्षी बचाइए
परिंदों को बचाने के लिए बताएं- जल पात्र व पक्षियों इलाज के लिए फर्स्ट एड किट उपलब्ध- 9829061600… जन गौसेवा समिति का पक्षी रक्षा कैंप लगेगा। हेल्पलाइन 9828500065 या 9413488374 पर जानकारी दें। डिजास्टर असिस्टेन्स एण्ड रेसक्यू टीम तैयार है- टोंक फाटकर एरिया में 9829150044, गोपालपुरा में 9782310915, सोढ़ाला में 9785302185, खातीपुरा में 209874158 पर बताएं।
200 करोड़ के पतंग-डोर, 300 करोड़ के तिल-गुड़ और मिठाई
मकर संक्रांति भले 15 जनवरी को हो, पतंगबाजी की तारीख तो जनमानस में 14 जनवरी ही है। हर साल की तरह इस बार भी 13 से 15 जनवरी को पतंगबाजी चरम पर रहेगी। 13 जनवरी यानी सोमवार को बादल छाए, तेज हवा चली मगर पतंगबाजी का जुनून छतों पर साफ दिखा। पतंग-डोर के प्रमुख बाजारों किशनपोल, हांंडीपुरा, तेलीपाड़ा, सुभाष चौक, शास्त्रीनगर में सोमवार को रातभर पतंग-डोर की दुकानें खुली रहीं और इन दुकानों पर पतंग दंगल की सौदेबाजी चलती रही।
पतंग व्यापारियों के मुताबिक- गत वर्ष की अपेक्षा इस बार पतंग की कीमत 30 प्रतिशत तक ज्यादा रही। मांझा और सादा डोर की कीमतों में भी 15 प्रतिशत तक उछाल रहा, लेकिन सौदे में कमी की जगह बढ़त ही देखी गई। पिछले साल तीन दिनों में पतंग डोर का 130 करोड़ का कारोबार था, जो इस बार 200 करोड़ रुपए पहुंच गया है।
तिल-गुड़-संक्रांति का दान और मिठाई – सब मिलाकर 300 करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार हुआ। आतिशबाजी-विशिंग लैंप और डीजे साउंड पतंगबाजी का अभिन्न अंग हैं, इनका कारोबार 40 करोड़ से अधिक आंका गया है। कुल मिलाकर जयपुर ने मकर संक्रांति पर 500 करोड़ रुपए खर्च किए हैं।